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श्री महाशिवरात्रि व्रत राशि अनुसार उपाय

शास्त्र कहते हैं कि संसार में अनेकानेक प्रकार के व्रत, विविध तीर्थस्नान नाना प्रकारेण दान अनेक प्रकार के यज्ञ तरह-तरह के तप तथा जप आदि भी महाशिवरात्रि व्रत की समानता नहीं कर सकते। अतः अपने हित साधनार्थ सभी को इस व्रत का अवश्य पालन करना चाहिए।

इस महाशिव रात्रि पर राशि अनुसार करे ये ख़ास उपाय ओर दुर्भाग्य को दूर करे -
  1. मेष राशि : मेष राशि का स्वामी मंगल है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दुघ एवम दही से करे साथ ही भगवान शिव को पूजा मे गुलाब के फूल अर्पित करे।
  2. वृषभ राशि : वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक गन्ने के रस से करे साथ ही भगवान शिव को मोगरे का इत्र भी अर्पित करे।
  3. मिथुन राशि : मिथुन राशि का स्वामी बुध है इस राशि के जातक भगवान शिव तो बिल्व पत्र अर्पित करे साथ ही ओम नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करे।
  4. कर्क राशि : कर्क राशि का स्वामी चंद्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक कच्चे दूध मे शक्कर मिलकर करे साथ ही चंद्र शेखर स्त्रोत का भी पाठ करे।
  5. सिंह राशि : सिंह राशि का स्वामी सुर्य है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक जल से करे साथ ही भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग भी लगावे।
  6. कन्या राशि : कन्या राशि का स्वामी बुध है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करे साथ ही शिव तांडव स्त्रोत का भी पाठ करे।
  7. तुला राशि : तुला राशि का स्वामी शुक्र है इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक पानी मे इत्र डालकर करे इसके बाद भगवान शिव का चंदन से स्रिंगार करे।
  8. वृश्चिक राशि : इस राशि का स्वामी मंगल है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का शहद से अभिषेक करे तथा भगवान शिव को लाल मसूर की दाल भी अर्पित करे।
  9. धनु राशि : इस राशि का स्वामी गुरु है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का चावल से सृंगार करे तथा पीली मिठाई का भोग भी लगावे।
  10. मकर राशि : इस राशि का स्वामी शनि है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक दुघ मे गंगाजल मिलाकर करे साथ ही भगवान शिव को सूखे मेवे का भोग भी लगावे।
  11. कुंभ राशि : इस राशि का स्वामी शनि है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक जल मे काले तिल मिलकर करे साथ ही शिव चालीसा का भी पाठ करे।
  12. मीन राशि : मीन राशि का स्वामी गुरु है तथा इस राशि के जातक भगवान शिव का अभिषेक दूध मे केसर मिलकर करे साथ ही कपूर जलाकर भगवान की आरती करे।