घर में महिलाओं के घुटनों में दर्द है तो बदलें पानी की टंकी की जगह |
वास्तु के अनुसार पानी की टंकी, बेडरुम, किचन और घर के वॉशरुम संबंधी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। घर में कोई न कोई सदस्य लगातार बीमार रहता है तो आपको वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर में बदलाव करने चाहिए। वास्तु के अनुसार पानी की टंकी, बेडरुम, किचन और घर के वॉशरुम संबंधी कुछ खास बातों का ध्यान नहीं रखा जाए तो घर में लगातार कोई सदस्य बीमार बना रहता है। वास्तु के अनुसार दिशाओं के स्वामी ग्रहों का दोष लगने से ऐसा होता है। कई बार जाने-अनजाने में ऐसी गलतियां हो जाती हैं जो दिखने में छोटी होती है, लेकिन उनका बुरा असर ज्यादा होता है। ऐसी गलतियाें को सुधारने के लिए वास्तु के अनुसार घर में कुछ बदलाव करने चाहिए, जिससे बीमारियों से मुक्ति मिलती है। |
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जानिए बीमारियों से बचने के लिए घर में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए - - घर की महिलाओं के घुटनों में दर्द बना रहता हो, तो निश्चित ही पानी की टंकी की गलत दिशा में होगी। पानी की टंकी घर में नीचले हिस्से में हो तो उत्तर दिशा में होनी चाहिए और मकान के उपर रखनी हो तो दक्षिण-पश्चिम की ओर होनी चाहिए। - रसोई आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण कोना) में होनी चाहिए और खाना बनाने वाली महीला का मुंह पूर्व दिशा में होना चाहिए। - चूल्हा और पानी रखने के स्थान आपस में दूर होने चाहिए। पास-पास होने से किचन में काम करने वाली महीला बीमार रहती है। - शयन कक्ष यानी बेडरुम में मादक द्रव्य यानी नशीली चीजें न रखें और न ही उनका सेवन करें। - दरवाजे की तरफ पैर कर के नहीं सोना चाहिए। इससे बीमारियां होती हैं। - शौचालय और बाथरुम घर के पूर्व-उत्तर वाले कोने यानी ईशान कोण में नहीं होने चाहिए वरना परिवार में रोगियों की संख्या बढ़ सकती है और घर में हमेशा अशांति बनी रहेगी। - बेडरुम में अंगीठी, चिमटा, कड़ाही, तवा, छलनी, चाकू, मूसल, इमाम दस्ता जैसी चीजें नहीं होना चाहिए। |