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मांगलिक होना कोई दोष नहीं,
निवारण के लिए करें ये उपाए

कई बार देखने-सुनने में आता है कि लड़के या लड़की की शादी इसलिए नहीं हो पा रही कि वह मांगलिक है। ऐसा माना जाता है मांगलिक होना एक बहुत बड़ा दोष है, हालांकि ऐसा नहीं है। ज्योतिष के अनुसार मांगलिक लोगों पर मंगल ग्रह का विशेष प्रभाव होता है, यदि मांगलिक शुभ हो तो वह मांगलिक लोगों को मालमाल बना देता है।

मांगलिक व्यक्ति अपने जीवनसाथी से प्रेम-प्रसंग के संबंध में कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं, जिन्हें कोई मांगलिक जीवनसाथी ही पूरा कर सकता है इसी वजह से मंगली लोगों का विवाह किसी मंगली से ही किया जाता है। यदि कन्या की शादी दूसरी जाति में अथवा कन्या व वर की आयु में 7 साल या इससे अधिक साल का अंतर है तो मांगलिक दोष अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है।
आज भी जब किसी स्त्री या पुरुष के विवाह के लिए कुंडली मिलान किया जाता है तो सबसे पहले देखा जाता है कि वह मांगलिक है या नहीं। ज्योतिष के अनुसार यदि कोई व्यक्ति मांगलिक है तो उसकी शादी किसी मांगलिक से ही की जानी चाहिए, इसके पीछे धारणाएं बनाई गई हैं।
  • कन्याओं को चाहिए कि हर वक्त अपने वस्त्रों या वस्तुओं में मंगल यंत्र रखें।
  • शुक्रवार की रात को सुखे छुआरे जल में डालकर सिरहाने रखें और गायत्री मां का ध्यान करते हुए शनिवार सुबह उठते ही उन छुआरों को बहते जल में प्रवाहित कर दें, या पीपल के वृक्ष में चढ़ाएं।
  • मंगलवार के दिन शहद रेवड़ी या सिंदूर को बहते पानी में प्रवाहित करें।
  • नित्य सुंदरकांड का पाठ करने या सुनने से मांगलिक दोष दूर होता है।
  • लगातार 40 मंगलवार को मीठी रोटियां बना कर गरीबों में बांटने से भी मांगलिक दोष दूर होता है।
  • प्रत्येक मंगलवार को वोट के वृक्ष की जड़ पर मीठा दूध चढ़ाएं और बाद में उस दूध की भीगी मिट्टी स्वयं को तिलक करें।
  • मिट्टी का बर्तन शहद से भरकर श्मशान भूमि में दबाए और अपने पास चांदी का चौरस टुकड़ा रखने से मांगलिक दोष से छुटकारा मिलता है।
  • पुरुषों को मांगलिक दोष दूर करने के लिए बिना जोड़ का चांदी का 25 ग्राम का कड़ा तांबे की कील लगवाकर पहनना चाहिए और स्त्रियों को बिना जोड़ की 25 ग्राम की चांदी की चूड़ी बाएं हाथ में पहननी चाहिए।