वास्तु अनुसार घर के खिड़की-दरवाजे अंदर की तरफ खुलने चाहिए |
वास्तु की कुछ छोटी छोटी बातों का ध्यान रखने से हमें धन-लाभ तो होता ही है अपितु घर परिवार में खुशहाली बनी रहती है. हमें वास्तु की कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे आप वास्तुदोष से बचेंगे और लक्ष्मी भी खुश रहेंगी। आपके घर या दुकान से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिससे आप वास्तुदोष से बचेंगे और लक्ष्मी भी खुश हो जाएंगी। वास्तुशास्त्र में कई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा गया है। जैसे घर, दुकान या कार्यस्थल पर खिड़की और दरवाजे सम संख्या में होने चाहिए। इसके साथ ही वो अंदर की तरफ खुलने चाहिए। वास्तु शास्त्र में दोष युक्त खिड़की या दरवाजे होने पर उनके दोष खत्म करने के उपाय भी बताए गए हैं। इस तरह की बातों का ध्यान रखकर घर, दुकान या कार्यस्थल पर होने वाले नुकसान और परेशानियों से बचा जा सकता है। ![]() जानिए खिड़की-दरवाजों से जुड़ी वास्तु की छोटी-छोटी और काम की बातें - घर या दुकान में खिड़की और दरवाजों की संख्या सम होना शुभ माना गया है। यानी 2, 4, 6, 8 या 10 होनी चाहिए। - संख्या सम न होने पर खिड़की या दरवाजों का उपयोग करना बंद कर दें या परदे लगा सकते हैं। - घर के दरवाजे और खिड़कियां अंदर की तरफ ही खुलने वाले हो तो अच्छा माना जाता है। - घर या दुकान का मेन गेट पूर्व या उत्तर दिशा में हो तो बहुत अच्छा रहता है, लेकिन ऐसा न हो तो घर के मेन गेट पर स्वास्तिक या श्रीगणेश का चिह्न लगाना चाहिए। - घर के मेन गेट पर तुलसी का पौधा रखना चाहिए। सुबह-सुबह तुलसी को जल चढ़ाएं। शाम को तुलसी के पास दीपक जलाएं। पूर्व या उत्तर दिशा में तुलसी लगाने से आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है धन लाभ भी होता है। - रोज सुबह घर या दुकान के मेन गेट के दोनों तरफ कुमकुम और हल्दी की बिंदी लगानी चाहिए। - हो सके तो रोज या सप्ताह में एक दिन मेन गेट पर अशोक के पत्तों से बनी बंदनवार बांधे। |