बल, बुद्धि, विद्या के दाता हैं हनुमान, नाम जपने से ही दूर हो जाते हैं कष्ट |
मंगलवार का दिन बजरंगबली का दिन है। इस दिन हनुमान जी की उपासना से उनकी कृपा प्राप्त होती है। बजरंगबली के भक्तों को कभी संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। हनुमान जी की पूजा करते समय पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा के दौरान मन को भटकने न दें। मंगलवार को हनुमान जी का सिंदूर से पूजन करने से दुखों से मुक्ति मिलती है। हनुमानजी बल, बुद्धि और विद्या के दाता हैं। उनकी उपासना से आत्मिक बल मिलता है।
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मांगलिक व्यक्ति अपने जीवनसाथी से प्रेम-प्रसंग के संबंध में कुछ विशेष इच्छाएं रखते हैं, जिन्हें कोई मांगलिक जीवनसाथी ही पूरा कर सकता है इसी वजह से मंगली लोगों का विवाह किसी मंगली से ही किया जाता है। यदि कन्या की शादी दूसरी जाति में अथवा कन्या व वर की आयु में 7 साल या इससे अधिक साल का अंतर है तो मांगलिक दोष अशुभ प्रभाव नहीं पड़ता है। मंगलवार का दिन बजरंगबली का दिन है। इस दिन हनुमान जी की उपासना से उनकी कृपा प्राप्त होती है। बजरंगबली के भक्तों को कभी संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। हनुमान जी की पूजा करते समय पवित्रता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पूजा के दौरान मन को भटकने न दें। मंगलवार को हनुमान जी का सिंदूर से पूजन करने से दुखों से मुक्ति मिलती है। हनुमानजी बल, बुद्धि और विद्या के दाता हैं। उनकी उपासना से आत्मिक बल मिलता है। मंगलवार को बाल या नाखून न काटें। न ही मंगलवार को धारदार चीजें खरीदें। मंगलवार के दिन रसोईघर में खाना बनाते समय रोटी या सब्जी को जलने ना दें। मंगलवार के दिन लाल रंग का रुमाल अपनी जेब में रखें। मंगलवार को स्वयं भोजन करने से पहले किसी निर्धन को भोजन अवश्य कराएं। हनुमान जी के मंदिर में रामायण का पाठ करें। मंगलवार को शाम के समय हनुमान जी को केवड़े का इत्र एवं गुलाब की माला अर्पित करें। स्वयं लाल वस्त्र धारण करें। बूंदी के लड्डू का प्रसाद बांटें। मंगलवार को हनुमान जी का नाम जपने से बुरे स्वपन से पीछा छूट जाता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की मूर्ति के समक्ष राम नाम का 108 बार जाप करें। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। हनुमान चालीसा का पाठ समस्त रोगों से मुक्ति प्रदान करता है। संभव हो तो प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। मन में किसी बात का डर रहता है तो हनुमान चालीसा का पाठ इसे दूर कर देगा। हनुमान चालीसा के पाठ से आत्मविश्वास का संचार होता है। घर में हर माह सुंदरकांड का पाठ अवश्य कराएं। |