ज्योतिष में हस्तेरेखा पर व्यापक वर्णन हुआ है। हस्त रेखा में सूर्य रेखा को बेहद खास माना गया है। हाथ में विभिन्न स्थानों से निकलने वाली सूर्य रेखा के परिणाम भी अलग-अलग होते हैं।
- यदि हाथों में सूर्यरेखा सूर्य क्षेत्र की ओर जाने के बजाय शनि की अंगुली तक जाएं तो ऐसे व्यक्ति को असीमित मुश्किलों से जूझना पड़ता है।
इसके बाद ही ऐसा व्यक्तिं कुछ सफलता पाता है। बावजूद इसके ऐसा व्यक्ति संघर्ष और मेहनत से प्राप्तं धन और उन्नति का सुख नहीं ले पाता।
- यदि व्यक्ति के हाथों में सूर्य रेखा चंद्र पर्वत से शुरू हो जाए तो दूसरे लोगों की मदद से व्यक्ति के भाग्य में चार चांद लग जाते हैं।
ऐसे लोगों के जीवन में सफलता के पीछे अन्य लोगों का हाथ होता है। यह व्यक्ति कोई भी हो सकता है।
- चंद्रक्षेत्र से शुरू होकर सूर्य रेखा यदि गहरी हो और यह अनामिका तक पहुंचे तो ऐसे व्यक्ति का जीवन समझ से परे होता है।
ऐसे लोगों काा जीवन अनेक रहस्यख से भरा हुआ होता है। ऐसे लोगों के जीवन में अनेक घटनाएं उनके जीवन को संदेहपूर्ण बनाती हैं।
ऐसे लोगों के जीवन में निरंतर कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं।
- यदि किसी व्यक्ति के हाथों में सूर्य रेखा चंद्र स्थान से निकलकर भाग्य रेखा के समानान्तर जाए तो यह अच्छे एवं सुखद भविष्य का संकेत है।
यदि ऐसे लोगों के हाथों में मस्तिष्क रेखा भी अच्छी हो तो वह तेजस्वी एवं सफल होने का संकेत है।
- यदि व्यक्ति की सूर्य रेखा भाग्य रेखा से शुरू होती है तो ऐसे व्यक्ति के भाग्य में निरंतर बढ़ोतरी होती है।
भाग्य रेखा में जिस जगह से सूर्य रेखा ऊपर उठे उस साल से उन्नति भी आरंभ होती है। यह रेखा जितनी साफ और सुंदर होगी
तरक्की के रास्तेा भी उतने ही साफ होंगे। ऐसा व्यरक्ति अमूमन कलाकार या दस्तकार होता है।
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