हिन्दी पंचांग कैलेंडर
नए घर में प्रवेश,
रखें किन बातों का ध्यान

किस तिथि, नक्षत्र और वार को करना चाहिए नए घर में प्रवेश, किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?





हिंदू धर्म में हर शुभ काम मुहूर्त देखकर किया जाता है। गृह प्रवेश करते समय भी इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाता है। गृह प्रवेश के मुहूर्त में नक्षत्र, तिथि, वार और लग्न पर विशेष रूप से विचार किया जाता है। इन 4 बातों का ध्यान रख आप भी गृह प्रवेश के मुहूर्त बहुत आसानी से निकाल सकते हैं। जानिए गृह प्रवेश के लिए शुभ नक्षत्र, तिथि, वार और लग्न

शुभ नक्षत्र-
उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, रोहिणी, मृगशिरा, चित्रा, अनुराधा एवं रेवती नक्षत्र गृह प्रवेश के लिए शुभ हैं।
शुभ तिथि-
शुक्लपक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्टी, सप्तमी, दशमी, एकादशी व त्रयोदशी तिथियां भी गृह प्रवेश के लिए शुभ मानी गई हैं।
शुभ वार-
गृह प्रवेश के लिए सोमवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार शुभ हैं।
शुभ लग्न-
वृष, सिंह, वृश्चिक व कुंभ राशि का लग्न उत्तम है। मिथुन, कन्या, धनु व मीन राशि का लग्न मध्यम है। लग्नेश बली, केंद्र-त्रिकोण में शुभ ग्रह और 3, 6, 10 व 11वें भाव में पाप ग्रह होने चाहिए।


इन बातों का भी रखें ध्यान
  • रिक्ता तिथि (चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी) और शनिवार को गृह प्रवेश नहीं करना चाहिए।
  • गृह प्रवेश करने से पहले वास्तु पूजन जरूर करवानी चाहिए।
  • वास्तु पूजन के बाद ब्राह्मण भोज करवाना चाहिए।
  • नए घर में तुलसी का पौधा लगाना अच्छा होता है। इससे शुभ फल मिलते हैं।
  • घर के मुख्य दरवाजे के आस-पास शुभ चिह्न जैसे- ऊं, स्वस्तिक भी बनवाना चाहिए।
  • शुभ मुहूर्त में सपरिवार व परिजनों के साथ मंगलगान करते हुए शंख बजाते हुए गृह प्रवेश करना चाहिए।