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पीपल के पेड़ के फायदे अच्छी सेहत और स्वास्थ्य के लिए

दिल को कई प्रकार के रोगों से बचाने के लिए भी पीपल का पेड़ फायदेमंद होता है। इसके उपयोग के लिए पीपल की 15 ताज़ा हरी पत्तियों को 1 गिलास पानी में अच्छी तरह से उबालें। पानी को तब तक उबालें जब तक पानी 1/3 ना हो जाए। अब पानी को ठंडा करके छान लें। अब इस काढ़े की तीन खुराक बना लें। इस काढ़े को सुबह हर 3 घंटे के बाद लें। ऐसा करने से यदि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैकआया होता है तो उसका हृदय फिर से स्वस्थ हो जाता हैऔर फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम हो जाती है।


पीपल का चूर्ण खाँसी जुखाम को दूर करे
बदलते मौसम की वजह से होने वाली सर्दी, खाँसी और जुखाम को दूर करने में भी पीपल के पत्तों का प्रयोग किया जाता है।इसके प्रयोग के लिए पीपल के 5 पत्तों को दूध के साथ अच्छी तरह से उबाल लें, अब इसमें चीनी को डालकर दिन में 2 बार सुबह और शाम पिएं. ऐसा करने से जुखाम, सिर और खाँसी में जल्दी आराम मिलता है। इसके अलावा नजला जुखाम होने पर, सूखे हुए पीपल के पत्तों का चूर्ण बना लें। अब इस चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पी जाएँ। इससे आपको नजला जुखाम से आराम मिलेगा।
पीपल के वृक्ष के लाभ दमा में असरदार
दमा रोगियो के लिए पीपल का पेड़ एक महत्वपूर्ण दवा का काम करता है। इसके प्रयोग के लिए पीपल के तने की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल कर सुखा लें। इसके सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें और दमा से ग्रसित रोगीको यह चूर्ण पानी के साथ दें।
पीपल के फल के फायदे बांझपन और नपुंसकता में
पीपल के फलों का चूर्ण लेने से बांझपनदूर होता है। पीपल के पेड़, जड़ और जटाओं में पुरुषात्व प्रदान करने के भी गुण मोजूद होते हैं। इसके प्रयोग से पुरुषों में नपुंसकता के दोषको दूर किया जा सकता है।इसके अलावा यदि पुरुष संतान उत्पन्न करने में असमर्थ हैं, तो उन्हें पीपल के पेड़ की जटों को काटकर उसका काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।
पीपल के पेड़ के लाभ दांतो के लिए
दांतों की मजबूती और सफेदी के लिए पीपल के तने से बनी दातून का प्रयोग किया जाता है। पीपल की दातून से दांतो का दर्द दूर होता है। इसके अलावा 10 ग्राम पीपल की छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर बनाए गये मंजन का प्रयोग करने से भी दांतो की सभी समस्याओं से निजाद मिलता है। इसके अलावा दांतो की बदबू, दांतो का हिलना, मसूड़ों का दर्द और सड़न को दूर करने में भी पीपल मदद करता है। इसके उपयोग के लिए 2 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम पीपल की छाल और कत्थे को बारीक पीसकर इसका पाउडर बना लें। अब इस पाउडर से दांतो को साफ करें। इससे दांतो के सभी प्रकार के रोग से छुटकारा मिलता है।
पीपल के पत्ते के गुण पीलिए में लाभदायक
पीलिया होने पर पीपल के 3 से 4 पत्तों का रस निकाल लें। अब इस रस में मिश्री को मिलाकर दिन में 3 से 4 बार पीलियासे ग्रसित रोगी को पिलाने से जल्द ही आराम मिलता है।
पीपल का महत्व दाद और खाज में
त्वचा की दाद और खाज को दूर करने के लिए पीपल के 4 पत्तों को रोजाना चबाएँ। यदि आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो पेड़ की छाल का काढ़ा बना लें और इसे दाद और खुजलीवाली जगह पर लगा लें।
पीपल ट्री के फायदे पेट की समस्याओं के लिए
बाहर के और अनियमित ख़ान-पान की वजह से पेट से जुड़ी कई प्रकार की समस्याएँ पैदा हो जाती हैं जैसे कब्ज, गैस दस्तऔर पेट दर्दआदि। इन सभी को दूर करने में पीपल की पत्तियाँ मददगार होती हैं।इसके उपयोग के लिए पीपल के ताजे पत्तों को कूटकर इनका रस निकाल लें और इसे रोजाना सुबह-शाम पिएं। ऐसा करने से वात और पित्त रोग में भी आराम मिलता है।
पीपल की छाल साँस की तकलीफ़ का इलाज
साँस से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या से निजाद पाने के लिए पीपल के पेड़ का उपयोग किया जाता है। इसके उपयोग के लिए पीपल के पेड़ की छाल के अंदरूनी हिस्से को निकालकर सुखा लें। अब इस सूखे हुए भाग का चूर्ण बनाकर खा लें। ऐसा करने से साँस से संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
पीपल के पेड़ का उपयोग घाव को ठीक करे -
किसी भी प्रकार की चोट और घाव को भरने में पीपल के पेड़ के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। घाव को ठीक करने के लिए इसके पत्तों को गर्म कर लें। इन पत्तों को चोट और घाव वाले स्थान पर लगा लें। ऐसा करने से घाव के दर्द से राहत मिलेगी और घाव जल्दी ही भर जाएँगे।
पीपल की जड़ त्वचा के लिए प्रभावी
धूल मिट्टी और प्रदूषण की वजेह से हमारी त्वचा खराब होने लगती है और उसमें झाइयाँ भी पड़ जाती हैं। इनसे छुटकारा पाने में भी पीपल का पेड़ मददगार होता है। इसके अलावा बढ़ती उम्र के कारण भी चेहरे पर झाइयाँ पड़ने लगती हैं। इसे दूर करने में पीपल का पेड़ अहम भूमिका निभाता है। इसके उपयोग के लिए पीपल की जड़ो को काट लें और उसे पानी में अच्छी तरह से भिगोकर पीस लें। अब इस पिसे हुए पेस्ट को रोजाना अपने चेहरे पर लगाएँ। ऐसा करने से चेहरे से झाइयाँ ख़त्म हो जाएँगी, साथ ही त्वचा का रंग भी निखरेगा।
पीपल के औषधीय गुण मधुमेह में आएँगे काम
तीन पीपल के पत्ते, तीन अमरूद के पत्ते और तीन आम के पत्ते लें और एक पेस्ट बना लें, इसे सुबह चबा लें। यह आपके शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और मधुमेह में बहुत प्रभावी है।
पीपल के अन्य लाभ
  • पीपल के पेड़ की राख का प्रयोग स्तन के फोड़े को ठीक करने में मदद करता है।
  • बवासीर से राहतपाने के लिए पीपल और नीम की पत्तियों से बने पेस्ट को लगाया जाता है।
  • इमली और पीपल के पेड़ की छाल से बने काढ़े को पीने से मासिक धर्म से संबंधित परेशानियों से निजाद मिलता है।
  • पीपल की छाल से बने काढ़े को लगातार पीने से शरीर में सीरम यूरिक एसिड का लेवेल कम हो जाता है जो की गठिया रोगके इलाज में मदद करता है।
  • एडियों के फटने की समस्या में भी पीपल का पेड़ आपकी बहुत मदद करता है। इसके उपयोग के लिए फटी हुई एडियों पर पीपल के पत्तों से निकले दूध को लगाएँ। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में फटी एड़ियां चिकनी और खूबसूरत दिखाई देने लगेंगी।
  • आँखो के दर्द से निजाद पाने के लिए पीपल के पत्तों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए पीपल के पत्तों से जो दूध निकलता है, उसे आँखो पर लगा लें। इससे आँखों का दर्द ठीक हो जाएगा |
  • अधिक गर्म खानपान और अधिक गर्मी की वजेह से कुछ लोगों को नाक से खून निकलने की समस्या होने लगती है। इससे छुटकारा पाने के लिए पीपल के ताजे पत्तों का रस निकाल लें और उसे नाक में डालें।
  • इन सभी के अलावा पीपल के पत्तों का प्रयोग साँप के काटने पर भी किया जाता है। साँप काटने पर यदि चिकित्सक उपलब्ध ना हो तो पीपल के पत्तों का रस 2 चम्मच 3 से 4 बार देना चाहिए।
  • कुछ लोगो में हकलाने की समस्या होती है। ऐसे लोग अपनी बातों को किसी के भी सामने सही तरह से प्रस्तुत नही कर पाते हैं। ऐसे में पीपल के पके हुए फलों को सुखाकर बनाए गये चूर्ण को शहद के साथ लें। इससे हकलाने की समस्या दूर हो जाती है और वाणी में सुधार होता है।