अजवायन के फायदे |
घर में मसालदान में अजवायन का महत्त्वपूर्ण स्थान है| इसका प्रयोग साग-सब्जी, परांठे, काढ़ा आदि में होता रहता है| इसके गुणों के कारण विद्वानों ने इसे कल्याणकारी माना है| अजवायन रोगियों का तो कल्याण करती ही है – स्वस्थ व्यक्तिओं के लिए भी यह परम हितकारी है| |
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अजवायन पाचन क्रिया को सही रखती है, बुखार तथा तिजारी को जड़ से उखाड़ फेंकती है और पेट के तमाम रोगों को नष्ट करती है| यह रुचिकर, खुश्क, गरम तथा कुछ तीखी होती है| अजवायन जुकाम, सिर दर्द, प्रदर रोग तथा कृमि को नष्ट करने में अचूक मानी गई है| घर की स्त्रियां पेट दर्द, वायु गोला, कब्ज, दस्त, पेचिश आदि रोगों में इसका प्रयोग बेखटके करती रहती हैं| 1. जुकाम एवं सिर दर्द अजवायन को एक पोटली में बांध लीजिए| फिर इस पोटली को बार-बार सुंघिए| जुकाम और सिर दर्द दूर हो जाएगा| 2. शीतपित्त गुड़ में मिलाकर अजवायन का सेवन करने से शीतपित्त से छुटकारा मिलता है| 3. वायु विकार आधे चम्मच अजवायन में दो कालीमिर्च का चूर्ण और एक चुटकी खाने का सोडा मिलाकर पानी के साथ सेवन करें| भोजन के बाद दोनों समय इसे लेने से कुछ दिनों में गैस बननी बंद हो जाएगी| 4. पेट दर्द आधा चम्मच अजवायन, दो रत्ती हींग तथा एक चुटकी काला नमक – तीनों चीजों को पीसकर चूर्ण बना लें| अब इस चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी से करें| ठीक 5 मिनट बाद पेट का दर्द शान्त हो जाएगा| गुड़ तथा अजवायन खाने से भी पेट का दर्द रुक जाता है| 5. कब्ज आधा चम्मच अजवायन, चार कालीमिर्च, चार पत्ती तुलसी तथा एक चुटकी काला नमक-सबको एक कप पानी में उबालें| जब पानी आधा रह जाए तो काढ़े को छानकर पी लें| पाखाना खुलकर आएगा| 6. दमा अजवायन और कालीमिर्च के सेवन से दमा के रोगियों को काफी राहत मिलती है| 7. पेट के कृमि आधा चम्मच अजवायन के चूर्ण को गोमूत्र के साथ सेवन करने से पेट के कीड़े मरकर मॉल के साथ निकल जाते हैं| 8. प्रदर रोग अजवायन में जरा-सा गन्ने का सिरका मिलाकर सेवन करने से स्त्रियों को प्रदर रोग से छुटकारा मिलता है| यह नुस्खा कम से कम 15 दिनों तक अवश्य इस्तेमाल करना चाहिए| |