घुटने दर्द के 13 घरेलु उपचार |
स्त्री या पुरुष घुटनों पर हाथ रखकर उठता है तो समझ लेना चाहिए कि वह वृद्ध हो चला है और उसके घुटनों में दर्द बनने लगा है| ऐसी अवस्था में घुटनों के दर्द से बचने के लिए उचित उपचार तथा आहार-विहार का पालन करना चाहिए| |
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1. नमक और पानी पानी में जरा-सा नमक डालकर गरम कर लें| फिर उस पानी में कपड़ा भिगोकर लगभग 10 मिनट तक नित्य सेंकाई करें| 2. अदरक, सोंठ, कालीमिर्च, बायबिड़ंग, सेंधा नमक और शहद अदरक या सोंठ, कालीमिर्च, बायबिड़ंग तथा सेंधा नमक – सबको बराबर की मात्र में कूट-पीसकर चूर्ण बना लें| इस चूर्ण की 4 ग्राम की मात्रा शहद के साथ मिलाकर चाटें| 3. आलू घुटनों पर कच्चे आलुओं को पीसकर उनका लेप लगाएं| 4. खीरा और लहसुन भोजन में खीरा तथा लहसुन का सेवन नित्य दो माह तक करने से घुटनों का दर्द जाता रहता है| 5. नारियल नारियल की कच्ची गिरी पीसकर घुटनों पर लगाएं तथा चबा-चबाकर उन्हें खाएं भी| 6. मेथी और पानी मेथी का पूर्ण एक चम्मच प्रतिदिन सुबह के समय गरम पानी के साथ सेवन करें| 7. सरसों, अजवायन, लहसुन, अफीम और खसखस सरसों के तेल में दो चम्मच अजवायन, चार पूती लहसुन, दो रत्ती अफीम तथा एक चम्मच खसखस डालकर लौटा लें| फिर इस तेल को छानकर घुटनों पर मालिश करें| 8. सोंठ और एरण्ड का तेल सोंठ का काढ़ा बनाकर उसमें एक चम्मच एरण्ड का तेल मिलाकर रोज सेवन करें| 9. अखरोट सुबह खली पेट 10 ग्राम अखरोट की गिरी का सेवन करें| 10. लौकी लौकी उबालकर उसके पानी से घुटनों को तर करें| 11. नीम और चंदन नीम की छाल को पीसकर चंदन की तरह घुटनों पर लगाएं| 12. गुड़ 10 ग्राम गुग्गुल को गुड़ में मिलाकर सेवन करें| 13. पानी बच का चूर्ण आधा चम्मच प्रतिदिन गरम पानी के साथ लें| घुटने दर्द में क्या खाएं क्या नहीं घुटने के दर्द में केवल ठंडी तथा वायु बनाने वाली चीजों का उपयोग वर्जित है| फलों तथा हरी तरकारियों का सेवन अधिक करें| मट्ठा, चाट, पकौड़े, मछली, मांस, मुर्गा, अंडा, धूम्रपान आदि का सेवन बिलकुल न करें| घुटनों को मोड़कर नहीं बैठना चाहिए| पेट को साफ रखें तथा कब्ज न बनने दें| दूध के साथ ईसबगोल की भूसी का प्रयोग करें| शरीर को अधिक थकने वाले कार्य न करें| प्रतिदिन सुबह-शाम टहलने के लिए अवश्य जाएं| घुटने दर्द का कारण यह रोग घुटनों की हड्डियों में चिकनाई घट जाने के कारण हो जाता है| वृद्धावस्था में हड्डियों में खुश्की दौड़ने लगती है और शरीर में फॅास्फोरस नामक तत्त्व की कमी हो जाती है| इसके अलावा पौष्टिक भोजन का अभाव, मानसिक तनाव व अशान्ति, शरीर में खून की कमी, भय, शंका, क्रोध आदि के कारण भी यह रोग होता है| घुटने दर्द की पहचान घुटने का दर्द बाएं, दाएं या दोनों घुटनों में हो सकता है| रोगी को बैठने के पश्चात् उठकर खड़े होने में काफी तकलीफ होती है| हवा चलने, ठंड लगने, ठंडी चीजें खाने, जाड़ा, गरमी, बरसात आदि के मौसम में यह रोग बढ़ जाता है| घुटने शक्त हो जाते हैं| उनमें चटखन होती है| कभी-कभी घुटनों में सूजन भी आ जाती है| |