अंगूर के स्वास्थ्य लाभ |
अंगूर एक बलवर्घक एवं सौन्दर्यवर्घक फल है। अंगूर फल मां के दूघ के समान पोषक है। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। अंगूर में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर और विटामिन सी, ई पाया जाता है| अंगूर के लाजवाब स्वाद से तो हम सभी परिचित हैं लेकिन कम ही लोगों को पता होता है कि ये सेहत का खजाना भी है| |
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1. घबराहट अंगूर खाने से घबराहट दूर हो जाती है और मन को बड़ी शांति मिलती है| 2. शक्तिवर्धक यह रक्त का निर्माण करता है और रक्त को पतला करता है, शरीर में भराव लाता है; शक्ति देता है| 3. पाचन दिन में दो बार नित्य अंगूर का रस पिने से पाचन-शक्ति ठीक होती है, कब्ज दूर होता है, वायु-संचय होती है और खाया हुआ शीघ्र पच जाता है| 4. गर्भस्थ शिशु नित्य अंगूर खाने से अथवा अंगूर कास पीने से गर्भ का बच्चा स्वस्थ और बलवान होता है| 5. फेफड़ों के रोग अंगूर का रस शरीर में व्याप्त विषों को बाहर निकालता है| फेफड़ों का सर्व प्रकार के रोग जैसे, यक्ष्मा, खांसी, जुकाम और दमा आदि के लिए भी अंगूर का रस बहुत लाभकारी है| 6. जुकाम कम-से-कम 50 ग्राम अंगूर प्रतिदिन खाते रहने से पुराना जुकाम भी बहुत जल्दी ठीक हो जाता है| 7. मूत्राशय का रोग जिन्हें बार-बार पेशाब जाने का रोग हो उन्हें अंगूरों का सेवन करना चाहिए, इनके प्रयोग से यह रोग दूर हो जाता है| 8. नकसीर मीठे अंगूर का रस नाक में टपकाने से नाक से खून का गिरना तत्काल बंद हो जाता है| 9. दूधवृद्धि अंगूरों का सेवन दूध में वृद्धि करता है| जिन माताओं का दूध कम उतरता है, उन्हें अंगूर खाने चाहिए| 10. घाव यदि किसी भी दवाई आदि से शरीर का कोई घाव न भर रहा हो, तो अंगूर खाने से वो शीघ्र भरने लगता है| 11. नशीले पदार्थ किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन के आदि होने पर, अंगूरों को खाते रहने से आदिपन समाप्त हो जाता है| 12. हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति को यदि नित्य अंगूर खिलाएं जाएं, तो वो शीघ्र स्वस्थ हो जाता है| 13. हृदय की धड़कन यदि हृदय में धड़कन अधिक हो, तो अंगूर का रस पीने से वो सामान्य हो जाती है| 14. स्त्री रोग एक सौ ग्राम अंगूर नित्य खाते रहने से मासिक धर्म नियमित रूप-से आता है| श्वेत प्रदर के लिए भी लाभकारी है| 15. गुर्दे का दर्द अंगूर की बेल के 30 ग्राम पत्तों को पीसकर, पानी मिलाकर, छानकर और नमक मिलाकर पीने से गुर्दे के दर्द की भयंकर पीड़ा भी समाप्त हो जाती है| 16. गठिया अंगूर शरीर से उन लवणों को निकाल देता है, जिनके कारण गठिया का रोग शरीर में बना रहता है| यदि प्रतिदिन नियमपूर्वक अंगूर खाएं जाएं, तो इस रोग की पीड़ा से मुक्ति मिल जाती है| 17. चेचक गर्म पानी में अंगूरों को धोकर खाने से चेचक में लाभ होता है| 18. मिरगी के रोगियों को अंगूर खाते रहना लाभ पहुंचाता है| यदि लंबे समय तक अंगूरों का सेवन किया जाए, तो इस रोग से छुटकारा भी मिल सकता है| 19. आधा सीसी का दर्द एक कप अंगूर का रस नित्य प्रात: सूर्योदय से पूर्व पीने से यह दर्द दूर हो जाता है| यह दर्द सदा सूर्य के साथ बढ़ता है, अत: सूर्य निकलने से पहले ही पीना चाहिए| 20. कफ-खांसी अंगूर से फेफड़ों को शक्ति मिलती है| जुकाम और खांसी दूर होती है| इसके सेवन से आधा घंटा बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए| 21. दमा में अंगूर खाना हितकर है| क्षय के रोगी के मुख से खून भी जाता है, तो भी अंगूरों के सेवन से ठीक हो जाता है| 22. बच्चों की दुर्बलता प्रतिदिन तीसरे पहर या भोजन के बाद दो चम्मच अंगूर का रस देने से बच्चा हृष्ट-पुष्ट होता है| सूखा रोग हो, तो वो भी दूर हो जाता है| कब्ज दूर होकर बच्चे के पेट साफ हो जाता है| इस रस का सेवन कराते रहने से बच्चे का चेहरा सेब की भांति लाल हो जाता है| |