गुड़हल के फायदे और नुकसान |
कुछ लोग अपने बालों के झड़ने से बहुत परेशान रहते हैं। ऐसे में गुड़हल की पत्तियां बालों से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं। |
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गुड़हल की पत्तियों को अच्छी तरह से पीसकर जैतून के पत्तों के साथ मिलाएं। अब इस पेस्ट को अपने सिर पर 10 से 15 मिनिट के लिए लगाकर रखें। फिर कुछ देर बाद हल्के गुनगुने पानी से अपने सिर को धो लें। ऐसा करने से बाल घने दिखाई देने लगेंगे। गुड़हल की पत्तियों को पीसकर नारियल तेल के साथ मिलाकर कुछ देर के लिए गर्म कर लें। अब ठंडा होने के बाद इस तेल से अपने सिर की मालिश करें। ऐसा करने से बाल चमकदार दिखाई देते हैं और बालों में मजबूती आती है। साथ ही रूसी की समस्या से भी निजाद मिलता है। इसके अलावा गुड़हल के पत्तों और इसके फूल से बना पेस्ट बालों के लिए प्राकृतिक हेयर कंडीशनर का काम करता है। इसे लगाने के लिए बालों को पहले शैम्पू से धो लें, फिर इसे लगाएं। ऐसा करने से बालों का रंग काला होता है और रूसी से भी छुटकारा मिलता है। गुड़हल की पत्तियों को पानी और आंवला पाउडर मिला कर पीस लें। फिर अपने सिर की मालिश करें। ऐसा करने से बालों का झड़ना बंद होता है और बाल लंबे होते हैं। गुड़हल की चाय कोलेस्ट्रॉल के लिए गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करती है। यह LDL को कम करने और HDL को बनाने में सहायक होती है। इसमें उपस्थित पोषक तत्व धमनी (artery) में पट्टिका (plaque) को जमने से रोकती हैं। इसे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है। इस तरह गुड़हल हमारे दिल से संबंधित सभी परेशानियों के लिए फायदेमंद होता है। हिबिस्कस की चाय में शामिल हाइपोलिपिडेमिक (hypolipidemic) और हाइपोग्लाइसेमिक (hypoglycemic) गुण डायबिटीज जैसे रक्त शर्करा विकारों से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। मधुमेह रोगियों पर किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि गुलहड़ की खट्टी चाय कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करती है, जो डायबिटीज को रोकने में मदद करती है। गुडहल के फूल के फायदे एनीमिया के लिए - हमारे शरीर में आयरन कि कमी से एनीमिया कि समस्या हो जाती है। गुड़हल के फूल में उपस्थित आइरन हमें एनीमिया की समस्या से निजाद दिलाने में मदद करता है। इसका उपयोग करने के लिए 40 से 50 गुड़हल के फूल की कलियों को अच्छे से पीसकर उसके रस को एक टाइट डिब्बे में बंद कर लें। प्रतिदिन सुबह और शाम एक महीने तक इस के रस को दूध के साथ लेने से एनीमिया की समस्या दूर हो जाएगी। साथ ही इसके सेवन से स्टैमिना भी बढ़ता है। गुडहल के उपयोग मासिक धर्म में महिलाओं में होने वालें मासिक धर्म के चक्र को नियमित बनाए रखने के लिए गुड़हल बहुत ही लाभदायक होता है। क्योकि महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (estrogen) का स्तर कम होने से हॉर्मोन्स (hormones) का संतुलन बिगड़ जाता है। जिससे महिलाओं का मासिक चक्र सही समय पर नहीं आ पाता है। ऐसे में गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय पीना चाहिए। जिससे मासिक धर्म के चक्र में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। गुड़हल की पत्तियां एंटी-एजिंग के लिए गुड़हल की पत्तियां महिलाओं के एंटी-एजिंग (anti-ageing) की समस्या को दूर करने में असरदार औषधि का काम करती है। गुड़हल की पत्तियां शरीर के फ्री रेडिकल्स (free radicals) को हटाने का काम करती है। जिससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है और हमारी त्वचा जवा और खूबसूरत दिखने लगती है। गुड़हल की पत्ती के लाभ उच्च रक्तचाप के लिए उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों के लिए भी गुड़हल के फायदें हैं।2008 नवंबर, में प्रकाशित एएचए (अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गुलहड़ का उपभोग उच्च रक्तचाप को कम करता है।हाई बीपी की समस्या के लिए गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय बहुत ही लाभदायक होती है। इसके सेवन से हमारे हृदय की गति सामान्य हो जाती है और हम रिलैक्स महसूस करने लगते हैं।बोस्टन में टफट्स यूनिवर्सिटी (Tufts University) के अनुसार, इसके सूजन कम करने वाले गुणों के कारण, हिबिस्कस चाय 10 अंकों तक रक्तचाप को कम कर देती है। पर इसके लिए, आपको कुछ हफ्तों तक नियमित रूप से रोजाना इस चाय के तीन कप पिने होंगे। गुड़हल का पौधा वजन कम करने में फायदेमंद गुड़हल का सेवन करने से बार-बार भूख लगने की समस्या से निजात मिलती है। यदि आप कार्बोहाइड्रेट में समृद्ध भोजन का सेवन करते हैं तो आपके वजन बढ़ने की अधिक संभावना है। हालांकि, अध्ययनों ने अनुसार, हिबिस्कस स्टार्च और ग्लूकोज को अवशोषित करने का काम करता है और वजन घटाने में मदद कर सकता है। हिबिस्कस, एमिलेज़ (amylase) के उत्पादन को रोकता है, जो कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च के अवशोषण में मदद करता है, इसलिए हिबिस्कस चाय पीना वजन कम करने में मदद कर सकती है। इसकी पत्तियों से बनी चाय बहुत ही एनरजेटिक (energetic) होती है जिससे हमे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। कम खाने से हमारी पाचन क्रिया तेज होती है। इसे शरीर में अनावश्यक चर्बी जमा नहीं हो पाती है और वजन कम करने में मदद मिलती है। त्वचा के लिए गुड़हल के लाल फूल के फायदे गुड़हल की पत्तियों में आयरन, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं जो की हमारे चेहरे की झुर्रियां मुँहासे दाग धब्बों को ठीक करने और चेहरे से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं से निजाद दिलाने में हमारी मदद करते हैं। इसके उपयोग के लिए लाल गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबाल कर अच्छी तरह पीस लें। अब इसमें थोड़ा शहद मिलाएं और अपने चेहरे पर लगाएं। ऐसा करने से आपके चेहरे का रूखापन दूर होगा और चेहरे पर ताज़गी दिखाई देने लगेगी।गुड़हल की पत्तियों को पीसकर त्वचा पर लगाने से सूजन और जलन में आराम मिलता है। हिबिस्कुस के फायदे सर्दी और जुखाम में गुड़हल की पत्तियों में अच्छी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जिससे यह हमेंसर्दी और जुखाम से रहत दिलाने में मदद करता है। यह गले को आराम देता है और विटामिन सी के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। सर्दी और जुखाम से निजात पाने के लिए गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय का रोजाना सेवन करें। इससे आपकी सर्दी जल्द ही ठीक हो जाएगी। हिबिस्कुस पाउडर फॉर किडनी स्टोन - अगर किसी को किडनी में स्टोन की समस्या है तो हिबिस्कुस पाउडर और गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय का सेवन करें। इस के उपयोग से किडनी स्टोन की समस्यामें लाभ मिलेगा। 2012 के एक अध्ययन द्वारा यह पता चला है कि गुलहड़ का सेवन किडनी में पथरी का इलाज कर सकता है। हालांकि, यह अध्ययन चूहों पर किया गया था। यह किसी भी साइड इफेक्ट्स के बिना काम करता है। जो लोग किडनी स्टोन से पीड़ित हैं उनके लिए यह बहुत ही सकारात्मक समाधान है। हिबिस्कुस के अन्य फायदे गुड़हल की चाय हमें किडनी की समस्याओं और डिप्रेशनकी वजह से हुए खराब मूड को ठीक करने में मदद करती है। शायद आप जानते होंगे कि गुड़हल के पत्तों को चबाने से मुँह के छाले भी ठीक हो जाते हैं।गुड़हल की पत्तियों और फूल को पीसकर बने पाउडर को दूध के साथ मिला कर पीने से मेमोरी पावर बढ़ती है। हिबिस्कस एक फूल है जो एंटीऑक्सीडेंट में समृद्ध है। जिसकी वजह से यह कैंसर को रोकने में मदद करता है। हिबिस्कस आपके बालों के रंग को काला करने में मदद कर सकता है। यह आपके बालों को सफेद होने से रोकता है। अल्जाइमर रोग के खतरे को गुलहड़ का सेवन रोक सकता है। कई लोग पाचन को सुधारने के लिए हिबिस्कस की चाय पीते हैं। इसका उपयोग कब्ज के इलाज में भी किया जाता है। ठंडी हिबिस्कस चाय आपकी प्यास बुझा सकती है, और यही कारण है कि अधिक कसरत करने के बाद इसका सेवन किया जाता है। गुड़हल के फायदे के साथ साथ इसके कई नुकसान भी हैं - गुड़हल की चाय उन महिलाओं के लिए असुरक्षित है जो गर्भवती हैं या जो प्रजनन उपचार के दौर से गुजर रही हैं। यह शरीर में एस्ट्रोजेन का स्तर कम करती है और मासिक धर्म का कारण हो सकती है, जिससे गर्भपात हो सकता है या खून बह सकता है। विशेष रूप से, पहली तिमाही में गर्भवती महिलाओं को हिबिस्कुस चाय नहीं लेनी चाहिए। हार्मोन उपचार करवा रही महिलाओं या गर्भनिरोधक गोलियां ले रही महिलाओं को हिबिस्कुस चाय नहीं लेनी चाहिए। स्तनपान कराने वाली माताओं द्वारा हिबिस्कुस चाय के उपयोग के बारे में ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए इस अवधि के दौरान इसे लेने से बचें। गुड़हल की चाय के उपयोग से नींद आने लगती है। अतः वाहन ड्राइव करते समय या मशीन चलाते समय गुड़हल चाय का उपयोग नहीं करें। गुड़हल के उपयोग से उच्च रक्तचाप को कम किया जाता है। निम्न रक्तचाप वाले इस का उपयोग नहीं करें। इसके उपयोग से आप का स्वास्थ्य ख़राब हो सकता है। |