गाजर के स्वास्थ्य लाभ |
गाजर सारे भारत में पैदा होती है| यह खाद्य तथा औषधीय गुणों की दृष्टि से बहुत उपयोगी है| कच्ची खाने से लेकर साग-सब्जी, अचार, मुरब्बा, हलवा, औषधि आदि बहुत से रूपों में गाजर का उपयोग होता है| |
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यह मधुर, तिक्त, रसपूर्ण, अग्निदीपक और रक्तपित्त, बवासीर, संग्रहणी, कफ तथा वात को दूर करने वाली है| गाजर के बीज और पत्ते भी दवा बनाने के काम आते हैं| गाजर में विटामिन, प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट्स, थियामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम, गंधक आदि तत्त्व पाए जाते हैं| इसके अलावा इसमें कैरोटीन नामक तत्त्व भी होता है जो स्वास्थ्य वृद्धि के लिए बहुत उपयोगी है| गाजर रक्त शोधक, बल, वीर्य, ओज और जीवनी-शक्ति प्रदान करने वाली अनुपम सब्जी है| यह आंख, कण्ठ, श्वास नलिका एवं संक्रामक रोगों को दूर करने वाली तथा स्नायुमंडल को सुदृढ़ बनाने वाली है| आइए, हम भी गाजर के औषधीय गुणों का पूरा-पूरा लाभ उठाने की कोशिश करें 1. अजीर्ण-मन्दाग्नि भोजन से पहले तथा भोजन के बाद कच्ची गाजर को चबा-चबाकर खाने से मंदाग्नि और अजीर्ण से मुक्ति मिलती है| 2. कब्ज गाजर का रस एक कप, एक नीबू का रस और दो चम्मच शुद्ध शहद – सबको मिलाकर सुबह के समय पीने से कब्ज दूर होता है| 3. दस्त गाजर के एक कप ताजे से रस में थोड़ा-सा भुना जीरा और थोड़ी-सी पिसी हुई सोंठ मिलाकर पीने से पतले दस्त बन्द हो जाते हैं| 4. पीलिया गाजर का रस, पालक का रस और संतरे का रस – तीनों 100-100 ग्राम लेकर मिला लें| अब इसे दिनभर में तीन-चार बार पिएं| लगभग 8 दिनों तक नियमित रूप से सेवन करने पर पीलिया का रोग चला जाता है| 5. नकसीर गाजर के 100 ग्राम रस में एक चम्मच ताजे आंवले का रस और दो चम्मच दूब का रस मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें| 6. मस्तिष्क की कमजोरी प्रतिदिन सुबह बिना कुछ खाए-पिए 100 ग्राम गाजर के रस में जरा-सा सेंधा नमक डालकर पीने से मस्तिष्क और हृदय दोनों को बल मिलता है| |