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मोच आने के घरेलु उपचार

हाथ, पैरों, टखने या कुहनी आदि में मोच आने पर बाजारू पहलवानों से मलीद आदि नहीं करानी चाहिए| इससे अधिकांशत: नुकसान उठाना पड़ता है| इसका कारण यह है की मोच आने से नस-नाड़ियों के तंतु टूट जाते हैं| ऐसे में कड़ी मालिश से वे अधिक क्षत-विक्षत हो सकते हैं|
1. सरसों और हल्दी
मोच आने पर सरसों के तेल में जरा-सी हल्दी डालकर मालिश करने से सूजन कम होती है और दर्द भी चला जाता है|
2. गेहूं, हल्दी और सरसों
गेहूं का आटा तथा थोड़ी-सी पिसी हुई हल्दी-दोनों को मिलाकर सरसों के तेल में तवे पर गरम करके पुल्टिस की तरह मोच पर बांधें|
3. तिल और पानी
तिल की खली का पानी में भिगो दें| इसके बाद उसे गरम करके मोच वाले स्थान पर लगाएं| शीघ्र ही लाभ महसूस होगा|
4. बर्फ
मोच वाले स्थान पर बर्फ का टुकड़ा रगड़ने से सूजन नहीं आती|
5. तुलसी और सरसों
तुलसी के पत्तों का रस सरसों के तेल में मिलाकर मोच पर मालिश करें|
6. नमक
पिसे नमक को तवे में गरम करके कपड़े पर रखकर मोच वाले स्थान पर बांध दीजिए|
7. चना और पानी
चने की पत्तियों को पानी के साथ पीसकर चटनी बना लीजिए| इसे मोच वाले स्थान पर लगाकर पट्टी बांध दें|
8. पान और तेल
पान को गरम करके उस पर तेल लगाकर पट्टी बांध दें|
9. सरसों और तारपीन
सरसों के तेल में तारपीन का तेल मिलाकर मोच वाले स्थान पर मलें|