होंठ फटने के घरेलु उपचार |
होंठ प्राय: पेट की गरमी से जाड़े की ऋतु में फटते हैं| लेकिन कभी-कभी अत्यधिक गरमी में लू के कारण होंठ शुष्क होने पर भी फट जाते हैं| होंठ फटने पर उन्हें नाखून से नहीं नोचना चाहिए| इससे विषक्रमण होने का भय रहता है| |
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1. तेल नाभि में तेल लगाने से होंठ नहीं फटते| पेट साफ रखने से होंठ नहीं फटते| 2. मक्खन और नमक मक्खन में नमक मिलाकर होंठों पर लगाने से फटे होंठ बड़ी जल्दी ठीक हो जाते हैं| 3. घी घी को नाभि में अथवा होंठो पर लगाने से होंठ फटने बंद हो जाते हैं| 4. तरबूज और पानी तरबूज की मींगों को पानी में पीसकर होंठ और जीभ पर लगाने से उनका फटना बंद हो जाता है| 5. खीरा खीरे के एक टुकड़े को कुचलकर निचोड़ लें| इस रस को होंठों पर लगाने से होंठों का फटना दूर हो जाता है| 6. नमक और घी पिसा हुआ नमक लौनी घी में मिलाकर होंठों पर मलने से होंठों का फटना बन्द हो जाता है| होंठ फटने का कारण जब गलत खान-पान के कारण पेट में गरमी बढ़ जाती है तो होंठ फटने लगते हैं| ऐसे खान-पान में अधिक मिर्च-मसाले एवं चटपटे पदार्थ होते हैं| इसके अलावा सर्दी के दिनों में भी होंठ फटते हैं जिनका एकमात्र कारण उदर में अत्यधिक गरमी और बाहरी वातावरण की शीत होती है| होंठ फटने की पहचान होंठ फट जाते हैं| उन पर पपड़ियां-सी जम जाती हैं| होंठ लाल-सुर्ख हो जाते हैं, जिन्हें छूने से भी पीड़ा होने लगती है| |