केसर के औषधीय एवं आयुर्वेदिक गुण |
प्रकृति ने हमें कई ऐसे मसाले और जड़ी-बूटियां दी हैं जो हमारे लिए कम फायदेमंद नहीं है। इस का मसालों में विशिष्ट स्थान है। केसर सबसे कीमती मसाला है जिसे अंग्रेजी में सैफ्रोन कहते हैं। साधारणतः इसे उर्दू और अरबी में जाफरान कहते हैं। यह भारतीय रसोई घर का प्रमुख मसाला है। इसे मसालों का राजा कहें तो ज्यादा बेहतर होगा। इसमें करिश्माई गुण समाए हैं।
![]() जानिए केसर के औषधीय एवं आयुर्वेदिक गुण केसर के फायदे - जैसा कि हमने ऊपर बताया कि केसर एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जो शरीर को विभिन्न रूपों में फायदा पहुंचा सकता है। आतंरिक स्वास्थ्य से लेकर आप त्वचा व बालों के लिए केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीचे जानिए केसर के फायदे। मस्तिष्क स्वास्थ्य - मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी केसर खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। वैज्ञानिक शोध के अनुसार एक दिन में 30 मिलीग्राम केसर का सेवन करने से अल्जाइमर के रोगियों की स्थिति को सुधारा जा सकता है। केसर में मौजूद दो खास तत्व क्रोसिन और एथेनॉल से प्राप्त अर्क में एंटीडिप्रेसेंट गुण देखे गए हैं, जो अवसाद को कम करने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा केसर सिजोफ्रेनिया (मानसिक विकार) के रोगियों पर भी सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। एक अध्ययन सेरेब्रल इस्किमिया पर भी केसर का अर्क एक सुरक्षात्मक भूमिका दिखा सकता है। एक अन्य शोध बताता है कि केसर स्मरण शक्ति को बढ़ाने का काम भी कर सकता है। अस्थमा का इलाज - सांस संबंधी समस्याओं के लिए केसर का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। पारंपरिक चिकित्सा में केसर के उपयोग का उल्लेख भी मिलता है, लेकिन इस पर अभी शोध सीमित हैं। इसलिए, अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श करें। पाचन को बढ़ावा - केसर अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के माध्यम से पाचन को बढ़ावा देने और पाचन विकारों के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह पेप्टिक अल्सर और अल्सरेटिव कोलाइटिस के इलाज में भी फायदा दिखा सकता है। भर सकता है घाव - केसर घावों को भी ठीक कर सकता है, खासकर जो जलने के कारण घाव बनते हैं। जले हुए घावों का उपचार करने में यह खास खाद्य पदार्थ प्रभावी पाया गया है। प्रतिरक्षा और ऊर्जा स्तर - केसर में मौजूद कैरोटीनॉयड सकारात्मक रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि प्रतिदिन 100 मिलीग्राम केसर बिना किसी हानिकारक प्रभाव के अस्थाई इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधि के लिए सहायक हो सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में केसर का अर्क एंटीबॉडी प्रतिक्रिया बढ़ाने में सक्रिय पाया गया। गर्भावस्था के दौरान - गर्भावस्था में भी केसर के फायदे देखे गए हैं। एक वैज्ञानिक शोध में केसर का सेवन करने वाली महिलाओं में सी-सेक्शन की संख्या भी कम थी। मासिक धर्म के लक्षणों से राहत - मासिक धर्म के लक्षणों से राहत देने में केसर की भूमिका देखी जा सकती है। केसर युक्त एक ईरानी हर्बल दवा प्राइमेरी डिसमेनोरिया (माहवारी के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन) से राहत देने में कारगर पाई गई थी। हृदय स्वास्थ्य - केसर के फायदे में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी शामिल है, जो आर्टरी और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। केसर के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण हृदय पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। केसर राइबोफ्लेविन का एक बड़ा स्त्रोत माना जाता है, जो हृदय के लिए महत्वपूर्ण विटामिन के रूप में काम करता है। इतना ही नहीं इसमें मौजूद क्रोसेटिन रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं और एथेरोस्क्लेरोसिस की गंभीरता को कम करते हैं। केसर रक्तचाप को भी कम कर सकता है, जो दिल के दौरे का कारण बनता है। लिवर स्वास्थ्य - एक अध्ययन के अनुसार कैंसर के साथ लीवर मेटास्टेसिस से पीड़ित रोगियों पर केसर अपना सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। लीवर के खराब होने पर केसर उसे सुरक्षा प्रदान कर सकता है। यह लीवर विषाक्तता (टॉक्सिसिटी) के उपचार में भी कारगर साबित हो सकता है। कामोत्तेजक के रूप में - केसर इंसानों में यौन जीवन में सुधार कर सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार केसर पुरुष प्रजनन प्रणाली के लिए फायदेमंद हो सकता है। शोध में बताया गया है कि केसर का अर्क और इसमें मौजूद क्रोसीन कामोत्तेजना को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। केसर वीर्य के निर्माण और पुरूष बांझपन जैसी स्थितियों पर प्रभावी पाया गया है। हालांकि, यह शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि नहीं करता है, लेकिन पुरूष बांझपन के उपचार में मदद कर सकता है। केसर में क्रोसिन भी पाया जाता है, जो निकोटीन के उपयोग से पुरुष प्रजनन प्रणाली को होने वाले नुकसान को उलट सकता है। कीट के काटने से राहत - केसर का अर्क कीट के काटने से त्वचा को राहत देने का काम भी कर सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध होना बाकी है। दर्द-सूजन से राहत - केसर एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होता है, इसलिए यह दर्द-सू/जन से राहत देने का काम कर सकता है। एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि इस्कीमिया (रक्त प्रवाह में कमी) के कारण ‘एक्यूट किडनी इंजरी’ की स्थिति में केसर सुरक्षात्मक भूमिका निभा सकता है। केसर के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। |