शक्कर के स्वास्थ्य लाभ |
यह रक्त, मांस, मेद तथा धातुवर्धक होती है| यह ओजकारक, रुचिकारक और तृप्तिदायक भी है| इसका नियमित सेवन हृदय के लिए भी अच्छा है| इससे प्यास दूर होकर शांति मिलती है| भोजन में इसका सेवन आवश्यक है| दस्त न रुकने पर शरीर से बहुत-सा पानी निकल जाने पर, शक्कर में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पानी का सेवन करने से पानी की पूर्ति हो जाती है और जीवन बच जाता है| शक्कर के शरबत में नींबू का रस मिलाने से वो अधिक गुणकारी हो जाता है| आंखों की दुर्बलता दूर करने में भी यह उत्तम है| |
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1. दस्त दस्त होने से अभिप्राय है- दिन में कम से कम तीन बार पतली टट्टी का आना| दस्त होने पर शीघ्रता से शरीर में पानी, नमक व शक्ति की कमी अनुभव होती है| रोगी को पानी एवं नमक का सेवन कराएं| पानी को उबालकर ठंडा करके एक गिलास भर लें| इसमें जरा-सा नमक और स्वाद के अनुसार चीनी मिलाकर घोल लें| इसे बार-बार पिलाएं| रोगी को कुछ न कुछ पिलाते रहें तथा नियमित भोजन करने को कहें, जिससे कि शरीर कमजोर न होने पाए| 2. आधा सीसी का दर्द (आधे सिर में दर्द) यदि सिर दर्द सूर्य उदय होने के साथ बड़े और सूर्य ढलने के साथ कम होता जाए तो ऐसे सिर दर्द में सूर्य उदय होते समय सूर्य के सामने खड़े हो जाएं और 150 ग्राम पानी में 60 ग्राम शक्कर मिलाकर धीरे-धीरे पिएं| आधे सिर का दर्द ठीक हो जाएगा| 3. अरुचि खाने-पीने की इच्छा न होने पर एक कप पानी में स्वादानुसार शक्कर, इमली तथा बारीक पिसी हुई चौथाई चम्मच काली मिर्च मिलाकर छानकर नित्य चार बार पिलाने से खान-पान के प्रति रुचि उत्पन्न हो जाती है| 4. नेत्र रोग आंखें दुखने पर देशी शक्कर (बूरा) या बताशे के साथ रोटी खाने से लाभ होता है| 5. खांसी खांसी बार-बार चलती हो तो मिश्री का टुकड़ा मुंह में रखें| 6. पथरी रोग 15 दाने बड़ी इलायची के, एक चम्मच खरबूजे के बीजों की मिंगी, दो चम्मच मिश्री-इन सबको पीस कर एक कप पानी में मिला कर सुबह-शाम दो बार नित्य पीते रहें| इससे गुर्दे की पथरी गल जाती है| 7. कोलेस्ट्रोल चीनी खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है| 8. चक्कर आना दो चम्मच शक्कर और दो चम्मच सूखा धनियां मिलाकर चबाने से लाभ होता है| 9. खुजली जिन्हें खुजली हो वो चीनी व चीनी से बनी चीजें जैसे टॉफी, मिठाइयां नहीं खाएं| खुजली ठीक हो जाएगी| 10. शक्तिवर्धक दो चम्मच चीनी और दो चम्मच घी में दस पिसी हुई काली मिर्चें मिलाकर नित्य भूखे पेट चाटें| इससे मस्तिष्क में तरावट आती है, सिर-दर्द ठीक हो जाता है| 11. प्रसव (शीघ्रता से प्रसव) प्रसवकाल के अंतिम भाग में जबकि कोई यांत्रिक अवरोध न रहे, जरायु की क्रिया-हीनता के कारण विलम्ब होता हो, उस अवस्था में शीघ्रता से प्रसव कराने के लिए चीनी का प्रयोग उपयुक्त होता है| 25 ग्राम चीनी जल में गलकर आधा घंटे के अंतर से कई बार देनी चाहिए| 12. जलना जले हुए अंगों पर चीनी को पानी में घोल कर लेप करें| पानी कम मात्रा में मिलाएं जिससे घोल गाढ़ा तैयार हो| इससे जलन बन्द हो जाती है| 13. गर्मी के रोग (गर्मी के मौसम के रोग) दही में चीनी डालकर गर्मी के मौसम में नित्य खाएं| इससे अधिक प्यास लगना, लू लगना और दाह दूर हो जाता है| सर्दी-जुकाम ठीक होता है| वीर्य की वृद्धि होती है| 14. जुकाम (रुका हुआ जुकाम) जले हुए कोयलों पर शक्कर डालकर नाक सी धुआं अन्दर खींचने से रुका हुआ जुकाम ठीक हो जाता है| |