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चमेली के स्वास्थ्य लाभ

चमेली का फूल झाड़ी या बेल जाति से संबंधित है, इसकी लगभग 200 प्रजाति पाई जती हैं। इसके फूलों से तेल और इत्र का निर्माण भी किया जाता है। चमेली के पत्ते हरे और फूल सफेद रंग के होते हैं, परंतु कहीं-कहीं पीले रंग के फूलों वाली चमेली की बेलें भी पाई जाती हैं।

1. मुंह के छाले
मुंह में जहां छाले हों, चमेली के पत्तों को चबाकर मुंह में रखें, दो मिनट बाद थूक दें, फिर पानी से कुल्ले कर लें, लाभ होगा|
2. रक्तार्श
मेली की पत्तियों को तिल के तेल में जलाकर, पीसकर मरहम बना लें और गुदा पर नित्य लगाएं| इससे रक्तार्श ठीक हो जायेगा|