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अनियमित माहवारी (पीरियड्स) और इससे होने वाले
असहनीय दर्द से बचने के लिये घरेलू उपचार

हालांकि पीरियड्स के दर्द से छुटकारा पाने के लिए बाजार में कई तरह के दर्द‍-निवारक मौजूद हैं लेकिन अक्सर महिलाएं दवाइयों के साइड इफेक्ट के बारे में सोचकर दवाई नहीं खाती हैं। पर कई बार ये दर्द इतना अहनीय हो जाता है कि दवा लेना ही पड़ता है लेकिन अगर आप दवाई खाने से बचना चाहती हैं तो इन घरेलू उपायों को भी अपना सकती हैं:




अदरक है कारगर उपाय
पीरियड्स के दर्द में अदरक खाना बहुत फायदेमंद रहता है। आप चाहें तो इसके छोटे-छोटे टुकड़ों को पानी में उबालकर पी सकती हैं। इससे दर्द में आराम मिलेगा।

पपीता भी है लाभदायक
पपीता पाचन क्रिया को मजबूर बनाने का काम करता है। पीरियड्स के दौरान इसका सेवन करने से दर्द में आराम मिलता है।

तुलसी के पत्ते
अगर बहुत दर्द है तो चाय बनाते समय उसमें कुछ पत्ते तुलसी के डाल दें। इस चाय को पीने से दर्द में आराम मिलेगा।

प्रोसेस्ड फूड्स
प्रोसेस्ड फूड्स जैसे केन फूड, चिप्स आदि का सेवन भी पीरियड्स दर्द का कारण बनते हैं। ऐसे में आपको इनकी बजाए साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए। पीरियड्स के समय मीट खाने से भी बचें। इसकी बजाए आप मछली का सेवन कर सकती हैं।

चीनी युक्त फूड
केक, कुकीज, कैंडी और चीनी युक्तय पेय पीरियड्स के समय और भी ज्याकदा दर्द पैदा करते हैं। अगर आपको इन दिनों मीठा खाने का मन करे तो, आप मीठे फल जैसे, आम, तरबूज या सेब आदि खा सकती हैं। इसके अलावा पीरियड्स के दौरान आइसक्रीम, चीज, क्रीम और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी न करें।

अजवायन के सेवन से
पीरियड्स के समय अक्सर महिलाओं को गैस की समस्या हो जाती है। इस वजह से भी उनके पेट में दर्द होता है। इससे बचने के लिए अजवायन का सेवन भी कारगर होगा।

ऑयली और स्पाइसी फूड्स
मासिक धर्म के दौरान ज्यादा तला और स्पाइसी खाना खाने से गैस, बदहजमी, पेट फूलने जैसे समस्याएं रह सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि इस दौरान इस चीजों से परहेज बनाएं रखें। किसी महीने में महावारी हुई तो किसी महीने में टल गई, ऐसे में शरीर को भी नुकसान होता है। आइये जानते हैं कि अनियमित महावारी से बचने के लिये प्राकृतिक रूप से कौन-कौन से तरीके हैं।

टिप्सि जो करे पीरियड को रेगुलर
  • इस समस्याह को ठीक करने के लिये सहिजन, तरोई, सफेद कद्दू, तिल का बीज और करेला का नियमित सेवन करें।
  • रोजाना दिन में दो बार करेले की जड़ का काढा पीजिये और देखिये कि यह प्राकृतिक तरीके से कैसे ठीक हो जाता है।
  • कब्जम पैदा करने वाले खाद्य पदार्थ से दूर रहें खास कर के महावारी के आखिरी चक्र में। खट्टे खाघ पदार्थ, फ्राइड फूड और प्रोटीन से भरी दालों का सेवन ना करें।
  • अपनी डाइट में मछली का प्रयोग करें क्यों।कि इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि मासकि चक्र के दौरान बहुत ही लाभकारी होता है।
  • बैंगन, मीट, पीला कद्दू और आलू को पीरियड्स शुरु होने के एक हफ्ते पहले ना खाएं।
  • सौंफ खान से पीरियड्स टाइम पर आते हैं। यहां तक की तिल का तेल भी बहुत ही लाभकारी होता है। मासिक चक्र शुरु होने के एक हफ्ते पहले सौंफ का बना काढा लें।
  • तिल के बीज को जीरा पाउडर और गुड के साथ मिला कर खाएं। इससे पीरियड टाइम पर होगा।
  • रोजाना अंगूर का जूस पीने से भी आपको अनियमित महावारी से मुक्तीि मिलेगी।
  • रोजाना व्या याम करें जिससे शरीर का टंपरेचर सामान्यी बना रहे और अनियमित महावारी कंट्रोल में रहे।
  • कच्चाा पपीता खाइये। यह एक प्राकृतिक तरीका है जो कि ज्याडदातर महिलाएं पीरियड को टाइम पर लाने के लिये और प्रेगनेंसी से मुक्ती पाने के लिये करती हैं।