आड़ू के 16 फायदे, उपयोग और नुकसान |
आड़ू उन लाभकारी फलों में से एक है, जिसके सेवन से सेहत, त्वचा और बालों को कई फायदे होते हैं। इन फायदों के बारे में हम नीचे विस्तार से वैज्ञानिक शोध के आधार पर जानकारी दे रहे हैं।
ध्यान दें कि आड़ू किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं है। यह सिर्फ व्यक्ति को स्वस्थ रखने और बीमारी से बचाव करने में मदद कर सकता है।
![]() वजन घटाने में कारगर बढ़ते वजन को कम करने के तरीके में योग और एक्सरासाइज के साथ ही डाइट का भी अहम योगदान होता है। ऐसे में आहार में आड़ू को शामिल किया जा सकता है। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, आड़ू में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो एंटी-ओबेसिटी प्रभाव दिखाते हैं। दरअसल, आड़ू वसा अवशोषण को रोक कर और एनर्जी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर मोटापे को कम कर सकता है । इसी वजह से आडू खाने के फायदे में वजन कम करने को भी गिना जाता है। कैंसर से बचने के लिए आड़ू खाने के फायदे में कैंसर से बचाव भी शामिल हो सकता है। दरअसल, पीच के छिलके में एंटी कैंसर प्रभाव होता है, जो कैंसर की समस्या को पनपने से रोक सकता है । इसके अलावा, आड़ू में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जिन्हें एंटीकार्सिनोजेनिक एजेंट माना जाता है। रिसर्च में कहा गया है कि इससे ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को दूर रखने में मदद मिल सकती है । स्वस्थ आंखों के लिए आड़ू का उपयोग करके आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च की मानें, तो सूखे आड़ू में विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन) होता है, जो ग्लूकोमा की समस्या को दूर करने में मदद कर सकता है। ग्लूकोमा आंखों से जुड़ा एक विकार है, जिसके कारण दिखाई देना कम हो सकता है । साथ ही आड़ू में मौजूद कैरोटीनॉयड भी आंखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं । कब्ज के लिए आडू खाने के फायदे में कब्ज की समस्या से राहत दिलाना भी शामिल है। दरअसल, आड़ू में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो मल त्याग में मदद कर सकता है। इससे कब्ज की समस्या में राहत मिल सकती है । ऐसे में अगर किसी को कब्ज है, तो उनके लिए आड़ू फायदेमंद साबित हो सकता है। कोलेस्ट्रॉल को करे नियंत्रित अगर कोई उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित है, तो प्रतिदिन एक आड़ू फल का सेवन करके कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण कर सकता है। आड़ू में पाए जाने वाले फाइबर शरीर में मौजूद नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को कम कर सकता है। साथ ही इससे होने वाली बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकता है । मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए आड़ू के फायदे मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी हो सकते हैं। इस संबंध में प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, ताजा पीच का गूदा और छिलके का सेवन साइटोटॉक्सिसिटी यानी कोशिकाओं को होने वाले नुकसान से बचा सकता है। साथ ही इसके सेवन से सेरेब्रल कॉर्टेक्स की समस्या से बचने में मदद मिल सकती है। सेरेब्रल कॉर्टेक्स की स्थिति में व्यक्ति के सुनने, सूंघने, बोलने, सोचने और समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है, जिसे आड़ू नियंत्रण में रख सकता है । दिल को स्वस्थ बनाए आडू खाने के फायदे में हृदय स्वास्थ्य भी है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में दिया है कि आड़ू में फ्लेवोनॉयड की अच्छी मात्रा होती है, जो लिपिड प्रोफाइल में सुधार कर सकता है। इससे हृदय रोग के जोखिम से बचाव हो सकता है। साथ ही फ्लेवोनॉयड्स युक्त डाइट हृदय रोग को रोकने का काम कर सकता है । चिंता और डिप्रेशन दूर करे एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक, आड़ू में एंटीऑक्सीडेंट की पर्याप्त मात्रा होती है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की समस्या को कम कर सकता है (7)। वहीं, एक दूसरे अध्ययन में दिया हुआ है कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती हैं । ऐसे में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करके चिंता और डिप्रेशन से बचाव किया जा सकता है। बुढ़ापे को कम करने के लिए आड़ू का उपयोग करने से बढ़ती उम्र की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। इस संबंध में पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, आड़ू में फ्लेवोनोयड्स होते हैं, जो एंटी-एजिंग एजेंट की तरह काम करते हैं। इससे असमय आने वाले बुढ़ापे से बचाव और इसकी प्राकृतिक प्रक्रिया की गति को कम किया जा सकता है एंटीऑक्सीडेंट शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति के लिए पीच का सेवन कर सकते हैं। दरअसल, पीच में विटामिन सी, कैरोटीनॉयड और फिनोल्स कंपाउंड की अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये सब शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स को कम कर सकता है दरअसल, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण किडनी, लीवर और ब्रेन कोर्टेक्स टिश्यू से जुड़ी समस्याएं हो सकती है, जिसे आड़ू में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कम कर सकते हैं । विषाक्त पदार्थों के लिए शरीर को डिटॉक्सीफाई यानी विषैले पदार्थ को बहार निकालने में आड़ू मददगार हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, आड़ू में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जो शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में अहम भूमिका निभा सकता है । ऐसे में माना जा सकता है कि आड़ू खाने के फायदे में शरीर के विषैले पदार्थ को दूर करने भी शामिल है। गर्भावस्था के लिए गर्भावस्था के दौरान खाए जाने वाले आहार में आड़ू को भी शामिल किया जा सकता है । इससे गर्भावस्था के समय जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति करने में मदद मिलती है। आड़ू में फाइबर होता है, जो गर्भावस्था में पाचन क्रिया को बेहतर रखने का काम कर सकता है। साथ ही फाइबर रक्त शुगर के स्तर को भी संतुलित रखने में सहायक भूमिका निभा सकता है, जिससे गर्भावस्था में मधुमेह के जोखिम से भी बचा जा सकता है । एलर्जी को कम करें अगर किसी को एलर्जी की समस्या है, तो आड़ू से उसे कुछ कम किया जा सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, आड़ू में एंटी-एलर्जिक गतिविधि होती है। यह इंफ्लेमेटरी एलर्जिक रिएक्शन के जोखिम को कम करने का काम कर सकता है । प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फलों के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इसके लिए जरूरी फलों की सूची में आड़ू का नाम भी शामिल है । दरअसल, आड़ू में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है (17)। इस विटामिन को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए जाना जाता है । इसी आधार पर आड़ू के फायदे में इम्यूनिटी को बेहतर करना भी गिना जाता है। त्वचा की देखभाल पीच के फायदे त्वचा पर भी नजर आ सकते हैं। इस संबंध में पब्लिश एक रिसर्च पेपर के मुताबिक, आड़ू यूवी किरणों से होने वाले स्किन कैंसर के जोखिम से बचाव कर सकता है । साथ ही आड़ू में एंटी माइक्रोबियल और एंटी बैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो त्वचा को संक्रमण से बचाए रखने का काम कर सकते हैं। इनके अलावा, सूरज के नुकसानदायक किरणों से होने वाले स्किन डैमेज और समय से होने वाले बुढ़ापे से भी आड़ू बचाव कर सकता है। बालों के लिए बालों के लिए भी आडू के फायदे हो सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, विटामिन ए, राइबोफ्लेविन विटामिन सी, नियासिन और आयरन की कमी से बालों का झड़ना शुरू हो सकता है। वहीं, आड़ू में इन सभी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है। ऐसे में आड़ू का सेवन करके इन पोषक तत्वों का स्तर बेहतर होने के साथ ही बालों का झड़ना कम हो सकता है । आड़ू फल के नुकसान – पीच के फायदे पाने के लिए अन्य खाद्य पदार्थों की तरह ही इसका सेवन संयमित मात्रा में करना चाहिए। अधिक मात्रा में और खराब आड़ू खाने से सेहत पर खराब असर पड़ सकता है। नीचे पढ़ें आड़ू के नुकसान। माउथ एलर्जी : यूं तो आड़ू का सेवन एलर्जी से बचाव करने में मदद करता है। हां,अगर किसी ने कच्चा आड़ू खा लिया, तो माउथ एलर्जी हो सकती है । विषाक्तता : आड़ू से किसी तरह की विषाक्तता नहीं होती, लेकिन इसके बीज में साइनाइड होता है, जिससे कुछ लोगों को विषाक्तता हो सकती है। ऐसे में आड़ू के बीज से बनी औषधि का सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए। |