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अर्जुन की छाल के फायदे

खून साफ करे
अर्जुन का स्वाद कसैला होता है साथ ही, इसका प्रभाव भी इसके स्वाद के जैसा होता है, जो खून को डिटॉक्सीफाई करने का काम कर सकता है। इसके होमोस्टैटिक गुण रक्तस्राव की स्थिति को दूर करने में मदद कर सकते हैं और हार्ट रेट को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।




ब्लड शुगर को कंट्रोल कर सकती है
पशुओं पर की गई रिसर्च के अनुसार अर्जुनारिष्टा और इसके तत्वों में ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता हो सकती है। वहीं चूहों पर किये गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने अर्जुन की छाल और इसके अर्क को फास्टिंग ब्लूस शुगर को कम करने में बहुत असरकारी है। इसी तरह डायबिटीज से ग्रस्त चूहों पर किये गए एक अध्ययन में पाया गया कि अर्जुन की छाल के अर्क को लगातार 15 दिन लेने से फास्टिंग ब्लड शुगर कम और सामान्य स्तर पर आता है। इसके अलावा डायबिटीज वाली चुहियाओं पर किये गए अध्ययन में भी पाया गया कि इसके काढ़े से तेजी से फास्टिंग ब्लड शुगर को कम किया जा सकता है।

मूत्र पथ संक्रमण का उपचार करे
इसका इस्तेमाल मूत्र संक्रमण (यूटीआई) के उपचार में भी किया जा सकता है।

अनियमित पीरियड्स को नियमित करे
महिलाओं में इसका इस्तेमाल गर्भाशय को मजबूत बनाने और हार्मोनल चक्र को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। यह सभी प्रकार के हार्मोनल असंतुलन, फाइब्रॉएड, सिस्ट और एंडोमेट्रियोसिस जैसे कई समस्याओं में लाभकारी साबित हो सकता है। यह मेनोरेजिया (menorrhagia) के दौरान होने वाले अतिरिक्त रक्तस्राव की स्थिति को भी दूर कर सकता है।

एंटीऑक्सीडेंट से युक्त
एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को खत्म करने वाले होते हैं। फ्री रेडिकल डैमिज का संबंध दीर्घकालिक स्थितियों जैसे हृदय रोगों, टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर से है। अर्जुन की छाल में ऐसे यौगिक होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह काम करते हैं, इनमें फ्लेवेनोइड्स, ट्रीटरपेनोइड, ग्लाइकोसाइड और फेनोलिक एसिड शामिल हैं।

अल्सर के उपचार में लाभकारी
अर्जुन के पेड़ की छाल शरीर के कफ और पित्त दोषों को दूर करने में प्रभावी माना जाता है। अपने इन गुणों से यह घावों और अल्सर को ठीक करने में मदद कर सकता है।

कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करे
इसके सेवन से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम किया जा सकता है। यह खून में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकता है और एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या से परेशान लोगों के लिए यह एक अच्छी औषधी हो सकती है क्योंकि, यह धमनियों में कोलेस्ट्रॉल ब्लॉकेज होने से रोकता है।

वायुमार्ग को साफ रखे
अर्जुन की छाल श्वसन प्रणाली को साफ रखने में मदद कर सकता है और फेफड़ों की गंभीर बीमारी से शरीर की रक्षा कर सकता है।

हार्ट फेलियर
अर्जुन की छाल में हार्ट फेलियर के खतरे को कम करने की शक्ति होती है। यह लेफ्ट वेंटरीकुलर स्ट्रोक वॉल्यूम इंडेक्स और लेफ्ट वेंटरीकुलर इजेक्शन को बढ़ाता है। रिसर्च में बताया गया है कि यह एक्सरसाइज के प्रभाव को बेहतर करने में भी प्रभावी है। अर्जुन की छाल का अर्क हृदय की कार्यक्षमता को बढ़ाती है। यह हृदय को फेल होने से रोकती और इसके खतरे को कम करती है।

पेट दर्द दूर करे
अर्जुन के पेड़ की छाल पेट संबंधित बीमारियों को दूर करने में कारगर हो सकते हैं। पेट दर्द की शिकायत होने पर छाल का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए छाल में भुना हुआ हींग और काला नमक मिला कर दिन में दो बार इसका सेवन करना चाहिए।