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अजमोद के फायदे नुकसान - 1

अजमोद के फायदे नुकसान





अजमोद के फायदे वजन घटाने में –
इसमें कैलोरी बहुत कम होती है इसलिए अजमोद वजन घटाने में सहायक होता है। अजमोद महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करने एवं लिपिड (वसा) के मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करने में मदद करता है। अजमोद का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, इलेक्ट्रोलाइट, विटामिन C, B एवं पोटेशियम जैसे मिनरल पाये जाते हैं और कैलोरी कम होने के कारण इसके सेवन से वजन घटता है।

अजमोद के फायदे कोलेस्ट्रॉल घटाने में –
स्टडी में पाया गया है कि अजमोद (Celery) में ब्यूटिल प्थैलाइड पाया जाता है और यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल के स्तर को कम करने में मदद करता है। अजमोद में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो शरीर में पित्त स्राव (bile secretion) को बढ़ाता है और कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करता है।

अजमोद के फायदे यूरीनरी इंफेक्शन में –
यह यूरिक एसिड को कम करता है और मूत्र के निर्माण को उत्तेजित करता है। अजमोद पाचन तंत्र और जननांगों के अंदर बैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ता है और यूटीआई, ब्लैडर की बीमारी, किडनी की समस्या और प्रजनन अंगों में सिस्ट बनने से बचाता है।

अजमोद के लाभ पाचन में –
यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने एवं शरीर एवं पेट की सूजन को दूर करने में उपयोग किया जाता है। आंत में सर्कुलेशन को बेहतर करने में अजमोद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अजमोद के बीच में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण होता है जिसके कारण इसके सेवन से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। अजमोद के बीज में गंधहीन और ऑयली यौगिक मौजूद होते हैं जिसे एनबीपी के नाम से जाना जाता है और यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।

अजमोद के गुण सूजन दूर करने में –
रूमेटाइड अर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस, अस्थमा एवं ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) जैसी बीमारियों के इलाज में भी अजमोद बहुत फायदेमंद होता है। अजमोद में पॉलीएसिटिलीन नामक रसायन मौजूद होता है जो इन बीमारियों को दूर करने में बहुत प्रभावी होता है। अजमोद का रस हर्ब का कार्यकरता है और यह शरीर के सूजन को दूर करने में मदद करता है।

अजमोद के नुकसान –
  • अजमोद का बीज यदि चबाने भर के लिए इस्तेमाल किया जाये तो यह पूरी तरह सुरक्षित है। अजमोद के तेल को ज्यादातर लोग मुंह या त्वचा की समस्याओं में दवा के रूप में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अधिक सेवन करने पर यह त्वचा में सूजन उत्पन्न कर सकता है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान अजमोद का सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता है क्योंकि यह गर्भाशय में संकुचन पैदा कर देता है जिसकी वजह से गर्भपात (miscarriage) हो सकता है।
  • यदि आप बच्चे को अपना दूध पिलाती हैं तो अजमोद के तेल या अजमोदक के बीज का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
  • अजमोद का अधिक सेवन करने से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है।
  • यदि आपको रक्त स्राव की समस्या है तो अजमोद का सेवन करने से अधिक रक्त स्राव (bleeding) होने लगती है, इसलिए ऐसी समस्या हो तो अजमोद से परहेज करें।
  • अगर आपको किडनी में समस्या है तो अजमोद का सेवन न करें अन्यथा इससे सूजन बढ़ सकती है।
  • ब्लड प्रेशर को कम करने में अजमोद का दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन यदि आपका ब्लड प्रेशर पहले से ही कम हो तो अजमोद का सेवन न करें अन्यथा यह ब्लड प्रेशर को ज्याद घटा सकता है।
  • अजमोद केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है। सर्जरी के बाद एवं पहले एनेस्थिशिया या अन्य दवाओं के साथ अजमोद का सेवन न करें अन्यथा यह तंत्रिका तंत्र (central nervous system) को धीमा कर सकता है। सर्जरी या शल्य चिकित्सा के दो हफ्ते पहले से ही अजमोद का सेवन बंद कर देना चाहिए।