अंधाहूली कि पहचान और फायदे |
अंधाहूली की पहचान - अंधाहूली के झाड़ बरसात के दिनों में बहुत पैदा होते हैं। यह 1 से लेकर 2 फीट तक ऊंचे होते हैं। इसकी शाखाएं जमीन के ऊपर फैली हुई रहती है। इन शाखाओं का रंग हल्का हरा तथा लाल होता है। इसके पत्ते रोए वाले 4 इंच लंबे तथा 1 इंच तक चौड़े होते हैं। इसके फूल कुछ हल्के हरे रंग के तथा नीले होते हैं। यह उल्टे लटके हुए रहते हैं। इसका फूल जब पूरा पक जाता है तब कुछ हरा रंग लिए हुए या पूरा सफेद हो जाता है। उस फूल के गिरने के बाद वहां पर फल का निर्माण होता है। जिसके अंदर बीज होते हैं। इसके फूलों का सिरा जमीन की तरफ नीचे झुका रहता है इसी वजह से इसे औंधी या औंधाहूली भी कहते हैं। ![]() अंधाहूली के कुछ उपयोग - जोड़ों की सूजन - इसकी जड़ को पीसकर लेप करने से जोड़ों की सूजन में लाभ पहुंचता है। बच्चों को पेचिश - इसको पानी के साथ मिलाकर देने से बच्चों के पेचिश में लाभ पहुंचता है। बुखार - इस औषधि का काढा बुखार दूर करने के लिए आदिवासी आज भी इसका उपयोग करते हैं। सांप का जहर - गारुड़ी ग्रंथों में भी इसको सांप के विष के लिए उपयोगी माना गया है। एक स्थान पर कहां है- दो पैसा भर जल संग पान। सर्प विष कोई ना रहे, सिद्ध नाथ योगी यू कहे। |