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अकरकरा के फायदे,
उपयोग और नुकसान -1

अकरकरा के फायदे, उपयोग और नुकसान





अकरकरा के फायदे –
अकरकरा के फायदे कई हो सकते हैं, जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। बस ध्यान दें कि अकरकरा किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि समस्या के प्रभाव को कम करने में वैकल्पिक रूप से मददगार हो सकता है।


1. अपच –
अकरकरा के फायदे में अपच को ठीक करना भी शामिल है। कहा जाता है कि अकरकरा पाचन को बेहतर करने में मदद कर सकता है। एक स्टडी के मुताबिक अकरकरा की जड़ें लार और अन्य डाइजेस्टिव जूस के स्राव को उत्तेजित कर पाचन में मदद कर सकती हैं। साथ ही यह पेट की गैस से भी राहत दिला सकता है ।

2. अर्थराइटिस –
गठिया से भी राहत दिलाने में अकरकरा चूर्ण मदद कर सकता है। इसका कारण है अकरकरा में मौजूद एंटीअर्थरिटिक प्रभाव । बताया जाता है कि यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करके गठिया के लक्षण को कम कर सकता है । वहीं, एक अन्य शोध में अकरकरा के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीनॉसिसेप्टिव गुणों के बारे में पता चलता है, जो गठिया से होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।

3. पैरालिसिस –
दुनियाभर में पैरालिसिस से बचाव के लिए अकरकरा का इस्तेमाल सालों से किया जाता रहा है (दरअसल, अकरकरा मैस्टिकेटरी (भोजन चबाने वाली प्रक्रिया) को सक्रिय कर सकता है, जिसे जीभ और गले की मांसपेशियों के पैरालिसिस में लाभकारी माना जाता है । इसे पैरालिसिस के लिए टोनिक माना जाता है ।

4. बुखार के लिए –
बुखार में भी अकरकरा चूर्ण फायदेमंद हो सकता है (6)। एक शोध में कहा गया है कि सालों से टाइफस बुखार (बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से होने वाला) में अकरकरा का इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव होते हैं, जिस वजह से यह बुखार कम करने के तरीके के रूप में काम कर सकता है। इसी वजह से हल्के बुखार में अकरकरा के सेवन की सलाह दी जा सकती है ।

5. याददाश्त को बढ़ाने के लिए –
अकरकरा में मेमोरी बढ़ाने वाली गतिविधि होती है। इसी वजह से इसका इस्तेमाल याददाश्त बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, अकरकरा का इथेनॉलिक अर्क मस्तिष्क के कोलिनेस्टरेज के स्तर में वृद्धि करके स्मृति में सुधार कर सकता है। कोलिनेस्टरेज एक प्रकार का एंजाइम होता है, जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम, नर्वस टिश्यू, मांसपेशियों व रेड सेल्स में पाया जाता है।

अकरकरा का उपयोग –
अकरकरा के फायदे जानने के बाद इसके उपयोग से जुड़ी जानकारी का होना भी जरूरी है। इसी वजह से नीचे हम अकरकरा के उपयोग के बारे में बता रहे हैं।
  • अकरकरा का उपयोग पाउडर और चूर्ण के रूप में पानी के साथ किया जा सकता है।
  • इसके पाउडर व चूर्ण को शहद के साथ सेवन कर सकते हैं।
  • अकरकरा की जड़ का सीधे सेवन भी किया जा सकता है।
  • मार्केट में अकरकरा की कैप्सूल भी उपलब्ध है, उनका भी सेवन डॉक्टरी परामर्श पर किया जा सकता है।
  • अकरकरा के पाउडर से मसूड़ों की मसाज भी की जा सकती है।
अकरकरा के नुकसान –
अकरकरा के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। नीचे हम अकरकरा के नुकसान के बारे में बता रहे हैं, जो इसके अधिक सेवन के कारण हो सकते हैं(1) –
  • गर्भावस्था में इसका सेवन सुरक्षित है या नहीं यह स्पष्ट नहीं है। इसी वजह से प्रेगनेंसी में इसके सेवन की सलाह नहीं दी जा सकती है।
  • ड्यूरेटिक प्रभाव की वजह से अकरकरा का सेवन रात में न किया जाए, तो बेहतर होगा। अन्यथा रात भर पेशाब के लिए उठना पड़ेगा और नींद पूरी नहीं हो पाएगी।
  • जैसा कि हम ऊपर बता ही चुके हैं कि अकरकरा लार अधिक बना सकता है, तो रात के समय सेवन करने से मुंह से लार छूट सकती है।
  • हम पहले भी बता चुके हैं कि यह मेंस्ट्रुअल फ्लो को बढ़ा सकता है। इसी वजह से पीरियड्स के दौरान इसके सेवन से बचाना चाहिए। अन्यथा अधिक ब्लड लॉस हो सकता है।