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अकरकरा के फायदे,
उपयोग और नुकसान -2

अकरकरा के फायदे, उपयोग और नुकसान





अकरकरा के फायदे –
अकरकरा के फायदे कई हो सकते हैं, जिसके बारे में हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। बस ध्यान दें कि अकरकरा किसी गंभीर बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि समस्या के प्रभाव को कम करने में वैकल्पिक रूप से मददगार हो सकता है।


6. हिचकी –
हिचकी को कम करने में भी अकरकरा चूर्ण का इस्तेमाल किया जा सकता है (9)। हिचकी आने पर आधा चम्मच अकरकरा चूर्ण और शहद का मिश्रण फायदा पहुंचा सकता है। फिहलाह, वैज्ञानिक शोध में यह बात स्पष्ट नहीं है कि अकरकरा का कौन-सा गुण हिचकी को रोकने में सहायक होता है।

7. दांतों के लिए –
दांतों को समस्याओं से दूर रखने के लिए भी इस आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी अकरकरा का इस्तेमाल किया जा सकता है। अकरकरा में सियालगॉग (लार बनाने वाला) प्रभाव होता है, जो दांत दर्द से आराम दिला सकता है (1)। यह डेंटल केरिज, दांतों का ढीलापन और पायरिया से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है (9)। इसी वजह से हर्बल टूथपेस्ट में भी अकरकरा चूर्ण का इस्तेमाल किया जा सकता है (10)।

8. हल्के चक्कर और सुस्ती को दूर करने के लिए –
हल्के चक्कर आना और सुस्ती से परेशान हैं, तो अकरकरा का सेवन किया जा सकता है। लोक मान्यता है कि सुस्ती दूर करने और हल्के चक्कर आने की समस्या से निजात पाने के लिए शहद में थोड़ा अकरकरा चूर्ण मिलाकर खा सकते हैं। फिलहाल, इस संबंध में कोई सटीक और स्पष्ट शोध उपलब्ध नहीं है।

9. मासिक धर्म की समस्या –
अकरकरा अनियमित और देरी से होने वाली महावारी की समस्या को कम कर सकता है। साथ ही रुके हुए मासिक धर्म को भी ठीक करने में सहायक माना जाता है। दरअसल, अकरकरा एम्मेनागॉग (Emmenagogue) की तरह कार्य करता है, जो मेंस्ट्रुअल फ्लो को बढ़ाने का काम कर सकता है(1)।<

10. यौन स्वास्थ्य –
पारंपरिक रूप से अकरकरा का इस्तेमाल बेहतर यौन स्वास्थ्य के लिए भी किया जा सकता है। कहा जाता है कि अकरकरा कामोत्तेजक (Aphrodisiac) की तरह कार्य कर सकता है। यह कामेच्छा को बढ़ाने और इजेकुलेशन (वीर्य स्खलन) को धीमा कर सकता है (1)। वहीं, एक महीने तक पानी के साथ इसका सेवन करने पर यह लिबिडो यानी कामेच्छा बढ़ाने वाला प्रभाव दिखा सकता है। साथ ही यह पुरुष की प्रजनन क्षमता को भी बढ़ाने में सहायक हो सकता है (1)।

अकरकरा का उपयोग –
अकरकरा के फायदे जानने के बाद इसके उपयोग से जुड़ी जानकारी का होना भी जरूरी है। इसी वजह से नीचे हम अकरकरा के उपयोग के बारे में बता रहे हैं।
  • अकरकरा का उपयोग पाउडर और चूर्ण के रूप में पानी के साथ किया जा सकता है।
  • इसके पाउडर व चूर्ण को शहद के साथ सेवन कर सकते हैं।
  • अकरकरा की जड़ का सीधे सेवन भी किया जा सकता है।
  • मार्केट में अकरकरा की कैप्सूल भी उपलब्ध है, उनका भी सेवन डॉक्टरी परामर्श पर किया जा सकता है।
  • अकरकरा के पाउडर से मसूड़ों की मसाज भी की जा सकती है।
अकरकरा के नुकसान –
अकरकरा के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। नीचे हम अकरकरा के नुकसान के बारे में बता रहे हैं, जो इसके अधिक सेवन के कारण हो सकते हैं(1) –
  • गर्भावस्था में इसका सेवन सुरक्षित है या नहीं यह स्पष्ट नहीं है। इसी वजह से प्रेगनेंसी में इसके सेवन की सलाह नहीं दी जा सकती है।
  • ड्यूरेटिक प्रभाव की वजह से अकरकरा का सेवन रात में न किया जाए, तो बेहतर होगा। अन्यथा रात भर पेशाब के लिए उठना पड़ेगा और नींद पूरी नहीं हो पाएगी।
  • जैसा कि हम ऊपर बता ही चुके हैं कि अकरकरा लार अधिक बना सकता है, तो रात के समय सेवन करने से मुंह से लार छूट सकती है।
  • हम पहले भी बता चुके हैं कि यह मेंस्ट्रुअल फ्लो को बढ़ा सकता है। इसी वजह से पीरियड्स के दौरान इसके सेवन से बचाना चाहिए। अन्यथा अधिक ब्लड लॉस हो सकता है।