हिन्दी पंचांग कैलेंडर
एल्डरबेरी

एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर :
इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कोल्ड और कफ (सर्दी-जुकाम) को दूर करने के साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करते हैं। कुछ लोग एल्डरबेरी को कोल्ड, फ्लू, स्वाइन फ्लू के लिए लेते हैं। इसे एचआईवी, एड्स और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए भी लिया जाता है।






दर्द को करे दूर:
एल्डरबेरी साइनस के कारण होने वाले दर्द, पैरों में दर्द, नर्व पेन और क्रॉनिक फटिग सिंड्रोम से भी राहत दिलाता है।

न्यूट्रिएंट्स :
एल्डरबेरी विटामिन सी, डायटरी फाइबर, फिनोलिक एसिड, फ्लेवानोल और एंथोस्यानिस का अच्छा स्त्रोत है।

हृदय के अच्छे स्वास्थ्य के लिए :
एल्डरबेरी दिल और रक्त वाहिका जो शरीर में रक्त का परिवहन करती हैं दोनों को स्वस्थ रखने में मद्दगार है। कई शोधों में भी ये निष्कर्ष निकला है कि इसके जूस को पीने से खून में से फैट कम होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा, इसमें फ्लेवोनोइड और एंथोसायनिन जैसे कम्पाउंड भी होते हैं जो रक्तचाप को कम कर दिल संबंधित परेशानियों से कोसों दूर रखते हैं।

स्किन और बालों के लिए :
एल्डबेरी में एंटी एजिंग और फ्री रेडिकल फाइटिंग प्रॉपर्टीज होती हैं, जो स्किन को नैचुरल डिटॉक्सिफाई करता है। इससे स्किन पर किसी तरह के ब्रेकआउट, पिंप्ल और निशान नहीं होते हैं। ये दो मुंह बालों से लेकर स्कैल्प पर कोई परेशानी को दूर करने भी मददगार है। साथ ही बालों की ग्रोथ में भी सुधार करता है।

कब्ज के लिए:
एल्डरबेरी और दूसरी सामग्री के साथ बनाई गई चाय कब्ज की परेशानी से राहत दिलाता है।

इन बीमारियों में भी है मददगार :
  • इसमें कैंसर-रोधक गुण होते हैं जो कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।
  • शरीर में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार है।
  • यूवी रेडिएशन से कवच प्रदान करता है।
  • सही से यूरिन होना।
  • साइनस के दर्द में राहत।
  • साइटिका के भयानक दर्द को करे दूर।
  • कब्ज की समस्या को दूर करता है।
  • पित्ताशय की बीमारियों को।
  • मधुमेह के मरीजों के लिए लाभदायक ।
  • गुर्दे की सूजन को कम करता है।
  • त्वचा पर पड़ने वाली झुड़ियों से बचा जा सकता है।
  • स्किन से जुड़ी परेशानी दूर हो सकती है।
  • कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है।
  • कार्डियोवेस्कुलर डिजीज से बचने में है सहायक।
  • एल्डरबेरी से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

वैसे तो इसका सीमित मात्रा में सेवन करने से कोई नुकसान नहीं हैं, लेकिन इसे अधिक मात्रा में खाने से कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे-
  • डायरिया की समस्या हो सकती है
  • पेट दर्द होने की संभावना बनी रहती है
  • जी मचलाना
  • रैशेज की समस्या
  • सांस लेने में दिक्कत होना