सर्व बाधा विनिर्मुक्तो , धन धान्य सुतान्वितः । मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ॥ इस मंत्र का नियमित जाप करने से सब प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है। साधक मंत्र पढ़कर रोगी के सिर पर हाथ रखे तो रोगी को राहत मिले।