श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग

श्री वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर एक हिन्दूओं का एक प्रमुख तीर्थस्थल है यह मंदिर पूर्णतः भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर झारखंड में अतिप्रसिद्ध देवघर नामक स्थान पर स्थित है। देवघर को पवित्र तीर्थ होने के कारण लोग इसे वैद्यनाथ धाम भी कहते हैं। वैद्यनाथ मंदिर में स्थित ज्योति लिंग भगवान शिव के 12 ज्योति लिंग में से है तथा 12 ज्योति लिंगों में से वैद्यनाथ को नौवां ज्योति लिंग माना जाता है। यह बाबा बैद्यनाथ का मुख्य मंदिर है, जहां ज्योतिर्लिंग स्थापित है, और 21 अन्य मंदिर हैं। वैद्यनाथ मंदिर जहां मन्दिर स्थित है उस स्थान को ‘देवघर’ अर्थात देवताओं का निवास स्थान भी कहते हैं। बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग स्थित होने के कारण इस स्थान को देवघर नाम मिला है। कहा जाता है कि यहाँ पर आने वालों की सारी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। इस कारण, इस ज्योतिलिंग को ‘कामना लिंग’ भी कहा जाता हैं।

कैसे पहुंचे ।
देवघर एक प्रमुख तीर्थ स्थान है, यह झारखण्ड राज्य के संथाल परगना के अंतर्गत है। इस शहर में बैधनाथ मंदिर स्थित है जो की बारह शिव ज्योतिर्लिंग में से एक है इस ज्योतिर्लिंग को मनोकामना लिंग भी कहा जाता है। देवघर में प्रयटको के लिए बहुत से आकर्षण केंद्र है : नौलखा मंदिर , बासुकीनाथ , बैजू मंदिर और माँ शीतला मंदिर है। देवघर हवाई, सड़क और रेल द्वारा देश के अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

एयर द्वारा देवघर तक कैसे पहुंचे
निकटतम घरेलू हवाई अड्डा लोक नायक जयप्रकाश हवाई अड्डे, पटना, देवघर से 274 किलोमीटर दूर स्थित है। पटना में बैंगलोर, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई, रांची, भोपाल, अहमदाबाद, गोवा और विशाखापत्तनम जैसे कई शहरों की दैनिक उड़ानें हैं।

रेल द्वारा देवघर तक कैसे पहुंचे
रेलवे स्टेशन देवघर से 7 कि.मी. की दूरी पर बैद्यनाथ धाम में स्थित है और यह नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, वाराणसी और भुवनेश्वर जैसे कई बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ का मुख्य स्टेशन जसीडीह है जो की देवघर से 7 किलोमीटर की दूरी पर है।

रोड से देवघर तक कैसे पहुंचे
देवघर सारवा से 16 किलोमीटर, सारठ से 36 किलोमीटर, जरमुंडी से 41 किलोमीटर, चंदमारी से 52 किलोमीटर, 132 किलोमीटर से धनबाद, 148 किलोमीटर से कोडरमा, 278 किलोमीटर दूर है। झारखंड राज्य सड़क परिवहन निगम लिमिटेड, पश्चिम बंगाल राज्य सड़क परिवहन निगम लिमिटेड और कुछ निजी यात्रा सेवाओं के माध्यम से जुड़ा हुआ है।

आरती समय
काकड़ आरती
04:30 से 05:30
भोग आरती
12:20
मुख दर्शन
03:00 से 05 :00
चन्दन लेपन
5:00 से 9:00
शयन आरती
09:30